देहरादून। अब जल्द ही उत्तराखंड के राजाजी टाईगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ने वाली है। नेशनल टाईगर कंजर्वेशन अथाॅरिटी (एनटीसीए) ने जिम काॅर्बेट के पश्चिमी हिस्सों में बाघों को शिफ्ट करने को एनओसी मिल गई है। इस मंजूरी के बाद अब उम्मीद जगी है कि राजाजी पार्क में भी बाघों की संख्या बढ़ेगी। एनटीसीए की तकनीकी कमेटी की बैठक में उत्तराखंड के राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों के शिफ्ट करने पर चर्चा हुई। कमेटी ने राजाजी के पश्चिमी क्षेत्र में बाघ ले जाने को मंजूरी दे दी। इसके लिए करीब साढ़े तीन लाख के बजट का भी प्रावधान किया गया है।
नए बाघ आएंगे राजाजी
गौरतलब है कि अभी तक राजाजी के वेस्टर्न जोन में दो मादा बाघ ही हैं। आपको बता दें कि राजाजी के ईस्टर्न और वेस्टर्न जोन के बीच एक काॅरीडोर है जिस वजह से बाघ एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा पाते हैं। एनटीसीए की मंजूरी के बाद राजाजी के वेस्टर्न जोन में 5 नए बाघ लाए जाएंगे। इनमें दो नर और तीन मादा बाघ शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कुछ बाघ काॅर्बेट के बफर जोन से और कुछ हरिद्वार जोन से लाए जाने हैं। पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) डीबीएस खाती ने बताया कि लंबे समय से मंजूरी का इंतजार किया जा रहा था।
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इस वजह से नहीं हो पाती है ब्रीडिंग
राजाजी पार्क के वेस्टर्न और ईस्टर्न पार्ट के बीच एक काॅरिडोर है। जिस वजह से बाघ एक हिस्से से दूसरे हिस्से में नहीं आ पाते हैं। वेस्टर्न जोन में दो मादा बाघ हैं जबकि ईस्टर्न पार्ट में 113 मेल-फीमेल बाघ हैं। कॉरिडोर की वजह से वे इधर से उधर नहीं जा पाते और इसी वजह से वहां वेस्टर्न पार्ट में ब्रीडिंग नहीं हो पाती है। बाघों की कम होती संख्या को देखते हुए एनटीसीए ने बाघों की शिफ्टिंग की मंजूरी दी है।