देहरादून। किडनी कांड के मास्टर माइंड डाॅक्टर अमित और उसके भाई जीवन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को और सफलता मिली है। दून पुलिस ने उसके तीन और राजदारों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल का दवा सप्लायर, गुजरात का एजेंट और अस्पताल के संचालक राजीव चौधरी की पत्नी शामिल हैं। बता दें कि अब तक किडनी खरीद-फरोख्त गिरोह के सरगना अमित और उसके भाई जीवन समेत आठ आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दवाई सप्लायर आया गिरफ्त में
गौरतलब है कि पुलिस की तफ्तीश में डाॅक्टर अक्षय के बैंक खातों में दवा सप्लायरों को भुगतान किए जाने की जानकारी मिली थी। पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण सरिता डोबाल ने बताया कि अभिषेक शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा निवासी जिनकी राजमंडी पहाड़ी बाजार कनखल (हरिद्वार) की गंगोत्री चैरिटेबल हाॅस्पिटल में दवा की दुकान है। इसी दुकान से किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दवाओं की खरीद-फरोख्त होती थी। पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली थी कि 10 सितंबर की रात अस्पताल में मौजूद किडनी कांड के सरगना अमित को भगाने में भी अभिषेक ने भूमिका निभाई थी। ऐसा बताया जा रहा है कि जिस लाल रंग की फोर्ड फिगो कार से अमित हरिद्वार होते हुए पंचकूला फरार हुआ था, वह कार अभिषेक की ही है।
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अक्षय की तलाश में जुटी पुलिस
इसके अलावा गुजरात में बतौर एजेंट काम करने वाले जगदीश कुमार पुत्र कांजी भाई को सूरत (गुजरात) से गिरफ्तार कर लिया गया है। जगदीश, गुजरात से एक दंपत्ति समेत तीन लोगों को झांसे में डालकर किडनी बेचने के लिए देहरादून भेज चुका है। वहीं गंगोत्री चैरिटेबल हाॅस्पिटल के संचालक राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा चौधरी को भी लालतप्पड़ इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया अब पुलिस डाॅक्टर अमित के बेटे डाॅक्टर अक्षय राउत और इस कांड में शामिल अन्य डाॅक्टरों डॉ.संजय दास, चांदना गुड़िया की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जगहों पर दबिश दी जा रही है।