देहरादून। अब देहरादून के सभी निजी स्कूलों को अपने संसाधनों से स्कूल बस चलाना अनिवार्य होगा। उत्तराखंड शासन की तरफ से इसके आदेश दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव की तरफ से जारी इस आदेश का पालन की जिम्मेदारी डीजी एजुकेशन और एसएसपी को दी गई है। आपको बता दें कि दून में कई निजी स्कूल हैं और हजारों छात्र और छात्राएं इनमें शिक्षा हासिल करते हैं।
शासन ने दिए आदेश
गौरतलब है कि देहरादून की सड़कों पर सुबह स्कूल जाने और छुट्टी के वक्त सड़कों पर जाम लग जाता है। खासकर सुबह तो सड़कों पर गाड़ियों की कतारें लग जाती हैं। इससे ट्रैफिक की समस्या खड़ी हो जाती है। देहरादून की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने शासन को प्रस्ताव भेजकर निजी स्कूलों को अपनी स्कूल वैन, बसें संचालन करने के आदेश कराने का अनुरोध किया था। एसएसपी के प्रस्ताव पर शासन ने मुहर लगाते हुए दून के सभी निजी स्कूलों को अगले शिक्षा सत्र से अपने संसाधनों से स्कूल बस चलाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके लिए महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा और एसएसपी को कार्रवाई के लिए लिखा गया है। शासन ने इस मामले में होने वाली कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है।
ये भी पढ़ें -चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले बस चालकों को लेनी होगी पहाड़ों में बस चलाने की ट्रेनिंग, आंख...
ट्रैफिक की समस्या से मिलेगी निजात
आपको बता दें कि सिर्फ देहरादून में ही करीब 67 निजी स्कूल चल रहे हैं। राज्य के अपर मुख्य सचिव शिक्षा डाॅक्टर रणवीर सिंह ने कहा है कि इस आदेश का पालन डीजी एजुकेशन को कराना होगा। डालनवाला के स्कूलों से होने वाले ट्रैफिक दबाव कम करने के लिए यह आदेश जरूरी है। हालांकि कई स्कूलों ने शासन के फैसले से पहले ही इसे लागू कर दिया है। उन्होंने अगले सत्र से और बसें लगाने का फैसला लिया है। स्कूल बस लगने से सड़कों पर से ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी।