देहरादून। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वहां के नदियों और झीलों में भी सी-प्लेन उतारने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए राज्य और केन्द्र के बीच एक दौर की बातचीत हो गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात कर बताया कि उत्तराखंड की नदियों बांध और झीलों में सी-प्लेन उतारने की बड़ी संभावनाएं हैं। राज्य में नदियों के साथ ही कई छोटी-छोटी झीलें हैं, जिनमें सी-प्लेन उतरने से एडवेंचर और पहाड़ में पर्यटन को बढ़ावा मिल सकता है। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इसपर अपनी सहमति जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार की योजना है कि उत्तराखंड समेत हिमालय क्षेत्र की बड़ी झीलों में सी-प्लेन का संचालन किया जाए।
एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा
गौरतलब है कि उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावना है। इस संभावना को और बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से कोशिशें तेज कर दी गई हैं। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इस संभावना को हकीकत में बदलने के लिए दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। सीएम ने राज्य में एडवेंचर टेरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वहां की नदियों, बांधों और झीलों में सी-प्लेन उतारने की बात कही है। बता दें कि केन्द्रीय मंत्री ने इसके लिए सरकार की सहमति भी जताई है।
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नई नियमावली की तैयारी
आपको बता दें कि विदेशों में सी-प्लेन का इस्तेमाल खूब किया जाता है। सी प्लेन की एक खासियत यह भी है कि ये सड़क पर भी उतर सकता है। अमेरिका, जापान और कनाडा आदि देशों में इसका प्रयोग बखूबी हो रहा है। केंद्रीय उड्डयन मंत्रलय भी इस दिशा में विचार कर रहा है। इसके लिए नियमावली बनाई जा रही है।
यहां उतारा जा सकता है
टिहरी, नौकुचियाताल, गंगनहर, किच्छा, तोपुड़िया, नैनीताल, भीमताल, आदि झीलें, श्रीनगर, नानकमत्ता, कालागढ़ डैम और आसन बैराज व ऋषिकेश बैराज।