रुद्रपुर। तराई एवं बीज विकास निगम में हुए करोड़ों के घोटाले की जांच में अब और तेजी आएगी। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने निगम के पूर्व एमडी समेत 9 अधिकारी और कर्मचारी को नोटिस जारी किया है। इसके तहत अब इन अधिकारियों और कर्मचारियों को 15 अक्टूबर तक अपने बयान दर्ज कराने होंगे। बता दें कि विभागीय जांच में निगम में 16 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया था।
कई कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा
गौरतलब है कि 2015-16 में तराई एवं बीज विकास निगम में बीजों की बिक्री में करोड़ों का घपला किया गया था। विभागीय जांच में घोटाले की पुष्टि होने पर 7 जुलाई 2017 को उप मुख्य कार्मिक अधिकारी सीके सिंह ने पंतनगर थाने में एक मृतक समेत 10 अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। विभागीय जांच के बाद शासन ने एएसपी देवेंद्र पिंचा के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर जांच सौंप दी थी।
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जांच में आएगी तेजी
आपको बता दें कि घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने मामले में नामजद टीडीसी के पूर्व एमडी पीएस बिष्ट समेत आरके निगम, जीसी तिवारी, शिव मंगल त्रिपाठी, बीडी तिवारी, अजीत सिंह, एके लोहानी, दीपक पांडे, पीके चौहान को नोटिस भेजा है। ऐसा माना जा रहा है कि नामजदों को नोटिस भेजने के बाद अब टीडीसी बीज घोटाले की जांच में तेजी आएगी।
आज से होगी पूछताछ
टीडीसी गेहूं बीज घोटाले में नोटिस देने के बाद एसआइटी बुधवार से पूछताछ शुरू करेगी। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक 15 अक्टूबर तक पूछताछ और बयान दर्ज करने की कार्रवाई पूरी करनी है। ऐसे में बुधवार से मामले में नामजद दो-दो अधिकारी और कर्मचारियों को हर दिन एक साथ बुलाकर पूछताछ की जाएगी। घोटाले की जांच कर रही एसआईटी को निगम के मूल दस्तावेज नहीं मिले थे इस वजह से एमडी को पत्र लिखकर उनसे सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है।