Thursday, May 9, 2024

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जिंदगी की जंग हार गया आतंकियों को धूल चटाने वाला उत्तराखंड का लाल, सैनिक सम्मान के साथ दी जाएगी विदाई 

अंग्वाल न्यूज डेस्क
जिंदगी की जंग हार गया आतंकियों को धूल चटाने वाला उत्तराखंड का लाल, सैनिक सम्मान के साथ दी जाएगी विदाई 

देहरादून। देश की रक्षा करते हुए आतंकियों के दांत खट्टे कर देने वाला उत्तराखंड का यह सपूत आखिर जिन्दगी की जंग हार गया। बता दें कि पिछले महीने 10 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से लोहा लेते हुए दून के दीपक नैनवाल बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। पहले श्रीनगर के सेना अस्पताल में उनका इलाज चला और बाद में उन्हें दिल्ली के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में रेफर किया गया। बता दें कि दो गोलियां उनके फेफड़े को चीरती हुई दिल के पास लगी थी। प्रदेश में सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने भी इस बहादुर सपूत के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी।  उनकी नाजुक हालत को देखते हुए करीब 17 दिन बाद इलाज के लिए 1 मई को एयर एंबुलेंस के जरिए पुणे पैराप्लेजिक रिहेब सेंटर रेफर किया गया था।

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गौरतलब है कि बीते 10 अप्रैल की रात दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों के साथ 17 घंटे चली मुठभेड़ में जख्मी हुए दून के जवान नायक दीपक नैनवाल 40 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गए। रविवार को पुणे की पैराप्लेजिक रिहेब सेंटर में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। आज सोमवार को उनका शव दून पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। बेटे की मौत की खबर से शहीद के परिवार में मातम का माहौल है। हालांकि दीपक के पिता ने कहा कि उन्हें बेटे की शहादत पर गर्व है। 

यहां बता दें कि दीपक मूल से कर्णप्रयाग के रहने वाले थे लेकिन वे दून के हर्रावाला इलाके में अपने परिवार के साथ रह रहे थे। दीपक 2001 में महार रेजीमेंट के जरिए सेना में भर्ती हुए थे और राष्ट्रीय राइफल्स की तरफ से जम्मू कश्मीर में तैनात थे।दिल्ली के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में 17 दिन इलाज के बाद 1 मई को एयर एंबुलेंस के जरिए पुणे पैराप्लेजिक रिहेब सेंटर रेफर किया गया था जहां 20 दिन बाद रविवार सुबह करीब छह बजे डॉक्टरों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया। दीपक के भाई प्रदीप नैनवाल ने बताया कि बीते शनिवार की रात चिकित्सकों का फोन आया था, जिसमें उन्होंने दीपक की हालत नाजुक बताई थी। उनके साथ पिता चक्रधर प्रसाद, पत्नी ज्योति मौजूद थे।  


गौर करने वाली बात है बेटे की मौत की खबर से हर्रावाला स्थित मकान में मातम का माहौल है। दीपक की माता पार्वती व उनके बच्चे रेयांश और लावण्या घर पर हैं, घर पर लोगों को तांता लगा हुआ है।  नायक दीपक नैनवाल का पार्थिव शरीर सोमवार दोपहर 3 बजे आने की संभावना है। 

 एयर एंबुलेंस की मांग 

दीपक नैनवाल के भाई प्रदीप नैनवाल ने बताया कि उन्होंने दीपक का पार्थिव शरीर लाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से एयर एंबुलेंस की मांग की है जिस पर उन्हें एयर एंबुलेंस के लिए सेना के अधिकारियों से वार्ता करने का आश्वासन दिया गया है।

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