नैनीताल। बाॅलीवुड की फिल्म ‘न्यूटन’ पर्दे पर रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म रिलीज होते ही आॅस्कर के लिए नामित भी हो गई। आपको पता है कि फिल्म के आॅस्कर के लिए नाॅमिनेट होने के पीछे फिल्म के अभिनेता राजकुमार राव के अलावा उत्तराखंड के इस लाल का कमाल है। दरअसल नैनीताल के मयंक तिवारी इस फिल्म की कहानी के को-राइटर हैं। पिता के सीबीआई में होने के बावजूद मयंक तिवारी फिल्मी दुनिया में कैसे आए इसके बारे में हम आपको बता रहे हैं।
न्यूटन के को-राइटर
गौरतलब है कि नैनीताल के मल्लीताल इलाके के रहने वाले मयंक तिवारी को शुरू से ही लिखने का शौक था। वह अपने काॅलेज के दौरान कविता और कहानियां लिखा करते थे। भारत की ओर से ऑस्कर पुरस्कार के लिए भेजी जा रही आधिकारिक प्रविष्टि ‘न्यूटन’ फिल्म की कहानी लिखने से पहले मयंक ‘रागिनी एमएमएस’ की भी कहानी लिख चुके हैं। न्यूटन को बेस्ट फाॅरेन फिल्म केटेगरी में आॅस्कर के लिए नाॅमिनेट किया गया है।
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पत्रकारिता छोड़ फिल्मों में आए
आपको बता दें कि मयंक तिवारी फिल्मों में आने से पहले पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहे थे और उन्होंने इस क्षेत्र में मयंक ने करीब 10 सालों तक काम किया। बकौल अमित मंदी के दौरान उनकी नौकरी चली गई, इसके बाद उनका मन भी इस क्षेत्र से उचट गया और चूंकि लेखन का शौक था इसलिए उन्होंने फिल्मों के लिए लिखने का काम शुरू किया। पहली बार ‘रागिनी एमएमएस’ की कहानी लिखी उसके बाद धीरे-धीरे उन्हें और भी काम मिलता गया। ‘सुलेमानी कीड़ा’ नाम की फिल्म के लिए कहानी लिखने के साथ उसमें अभिनय भी किया। न्यूटन की स्क्रिप्ट में वे को-राइटर हैं। इसमें मुख्य भूमिका अभिनेता राजकुमार राव ने निभाई है और उनके किरदार का नाम नूतन है जिसे वे बदलकर न्यूटन कर लेते हैं।