देहरादून। डीएलएड और ब्रिज कोर्स को लेकर आंदोलन कर रहे शिक्षक सरकार की अनदेखी से तनाव में आ गए हैं। सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन में भाग लेने वाले पौड़ी और अल्मोड़ा के 2 शिक्षकों की हृदय गति रुक जान से मौत हो गई है। सरकार के इस रवैये पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी किसी तरह से सुध नहीं ली जा रही है जिसके चलते शिक्षक तनाव में हैं। पौड़ी एवं अल्मोड़ा में शिक्षकों की मौत का कारण भी यही है।
आंदोलन कर रहे शिक्षकों की मौत
गौरतलब है कि डीएलएड और ब्रिज कोर्स से छूट की मांग कर रहे विशिष्ट बीटीसी शिक्षक सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन में हिस्सा लेने आ रहे अल्मोड़ा जनपद के शिक्षक नरेंद्र भाकुनी का रास्ते में हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया वहीं इसके अलावा पौड़ी के शिक्षक विनोद कुमार की भी हृदय गति रुक जाने से मौत हो गई जिस पर शिक्षकों ने दुख व्यक्त किया है।
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विपक्ष का साथ
आपको बता दें कि बागेश्वर और अल्मोड़ा के शिक्षकों ने शिक्षा निदेशालय पर धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया। यहां बता दें कि सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे इन शिक्षकों को कांग्रेस पार्टी का भी साथ मिल गया है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सदन में इस मुद्दा को उठाने की बात कही थी वहीं लोकसभा तक इसे पहुँचाने का भरोसा भी दिलाया है।
ब्रिज कोर्स में पंजीकरण की तिथि बढ़ी
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और एनसीटीई ने सभी शिक्षकों के लिए डीएलएड-ब्रिज कोर्स करना अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में अगर आपने अभी तक अपना पंजीकरण नहीं कराया है तो आपके लिए अच्छी बात है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) ने पंजीकरण की तिथि बढ़ा दी है। अब शिक्षक 15 दिसम्बर तक पंजीकरण करा सकते हैं। बता दें कि इससे पहले पंजीकरण की तिथि 30 नवंबर रखी गई थी। वहीं साल 2016 में भर्ती हुए शिक्षकों को ब्रिज कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन की छूट दे दी गई है। प्रांतीय महामंत्री दिग्विजय चैहान ने बताया कि 2016-17 में मान्यता ना होने के कारण जिन शिक्षकों ने प्रशिक्षण छोड़ दिया था, वह ब्रिज कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।