देहरादून। प्रदेश के खेल प्रेमियों और उससे जुड़े विषयों में अपना करियर बनाने वाले नौजवानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य को जल्दी ही खेल यूनिवर्सिटी मिलने वाला है। राज्य के विद्यालयी शिक्षा और खेल मंत्री अरविन्द पांडेय ने खेल विभाग को इस पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं। अब जल्दी ही इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र को भेजा जाएगा। अगर यहां खेल विश्वविद्यालय खुलता है तो यह देश का चौथा विश्वविद्यालय होगा।
पूरे देश में सिर्फ 3 खेल विश्वविद्यालय
गौरतलब है कि प्रदेश के छात्रों को उच्च शिक्षा और खेलों के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने से जुड़ी पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। इसके लिए सरकार खेल विवि के स्थापना की तैयारी कर रही है। आपको बता दें कि अभी तक देश में सिर्फ तीन सरकारी खेल विश्वविद्यालय हैं। इनमें स्वर्णिम गुजरात विवि, एलएनआईपी ग्वालियर एवं तमिलनाडु खेल विश्वविद्यालय शामिल हैं। अगर उत्तराखंड में खेल विश्वविद्यालय खुलता है तो यह देश का चौथा खेल विश्वविद्यालय होगा।
खेल के साथ पढ़ाई भी
यहां बता दें कि उत्तराखंड में 16 साल से ज्यादा उम्र के खिलाड़ियों के लिए अभी तक सरकार के पास कोई स्कीम नहीं है। स्पोर्ट्स कॉलेज में भी केवल कक्षा 12वीं तक ही छात्रों को रखा जाता है। हायर एजुकेशन या खेलों में अपना भविष्य बनाने के लिए लोगों को मजबूरन दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ता है। प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय खोलने के पीछे मकसद यह भी है कि छात्र यहां रहकर अपनी तैयारी के साथ पढ़ाई भी पूरी कर सकेंगे।
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ओलंपिक प्रतिनिधियों से होगी बात
राज्य के खेल विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसमें हल्द्वानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में पर्याप्त जगह दिखाई गई है। केन्द्र को भेजे जाने वाले प्रस्ताव में स्पोर्ट्स कोचिंग और फिजिकल एजुकेशन कोर्स की मांग रखी गई है। खेलमंत्री अरविंद पांडेय ने हल्द्वानी में विश्वविद्यालय स्थापित करने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। मंत्री का कहना है कि खेल विश्वविद्यालय के संबंध में ओलंपिक संघ के साथ उनकी बातचीत हो चुकी है। जल्द ही वे दिल्ली जाकर केंद्र सरकार व ओलंपिक संघ के प्रतिनिधियों के साथ बात करेंगे।