कोटद्वार। राज्य में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सरकार की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है। इसके लिए महाविद्यालयों का औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री डाॅक्टर धन सिंह रावत ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया और छात्रों को सख्त हिदायत दी कि जिनकी भी उपस्थिति 75 फीसदी से कम होगी उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों से भी अपने दायित्व का अच्छी तरह से निर्वहन करने के निर्देश दिए।
नशामुक्ति के लिए प्राचार्यों को पावर
गौरतलब है कि डाॅक्टर धन सिंह रावत ने कहा कि जल्द ही शिक्षा का कैलेण्डर जारी किया जाएगा। इसके तहत 108 दिनों की पढ़ाई अनिवार्य होगी। मंत्री ने कहा कि महाविद्यालयों को नशामुक्त बनाने के लिए कॉलेज के प्राचार्यों को अलग से पावर दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगले सत्र से कोटद्वार के महाविद्यालय को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध किया जाएगा। ऐसा होने से महाविद्यालय में हो रही सीटों की कमी को पूरा किया जा सकता है।
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काॅलेजों में तैनात होंगे अतिथि शिक्षक
शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए काॅलेजों में खाली पड़े पदों पर जल्द ही अतिथि शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। डाॅक्टर रावत ने कहा कि महाविद्यालय में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए 10 नंबर दिए जाएंगे। उन्होंने प्राचार्य डॉ.एमएस रौतेला को कर्मचारियों की कमी के चलते शासन को प्रस्ताव भेजने को कहा है।