हरिद्वार। गंगा की रक्षा के लिए अनशन करने वाले मातृसदन के संत गोपाल दास के रहस्यमयी तरीके से दून अस्पताल से गायब होने पर मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने सरकार पर उन्हें गायब करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। पत्रकारों से बात करते हुए स्वामी शिवानंद ने कहा कि दिल्ली के एम्स से लेकर दून अस्पताल तक उन्हें कौन लेकर आया सरकार को इस बात का खुलासा करना चाहिए। बता दें कि पिछले दिनों एम्स के निदेशक डाॅक्टर गुलेरिया ने कहा था कि उन्होंने खुद गाड़ी क इंतजाम कर उन्हें दून तक छुड़वाया था।
गौरतलब है कि पिछले दिनों दून अस्पताल में भर्ती होने के 7 घंटे बाद ही संत गोपाल दास के अचानक गायब हो जाने से प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि संत गोपाल दास के दोनों मोबाइल अस्पताल में उनके बेड पर ही रखे मिले थे। पुलिस ने मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
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अब मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने संत गोपाल दास के गायब होने के लिए सरकार को ही जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का खुलासा करना चाहिए कि आखिर दिल्ली के एम्स से उन्हें दून तक कौन लेकर आया। वह जसबीर नाम का व्यक्ति कौन है जो उन्हें दून अस्पताल में भर्ती करवाने आया था। स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि अगर कोई षड्यंत्र नहीं होता तो संत अपना दोनों मोबाइल और झोला अस्पताल में ही छोड़कर क्यों चले जाते? स्वामी शिवानंद ने कहा कि इस समय सब एक ही हो गया है। दावे बहुत किए जा रहे हैं, लेकिन गंगा की चिंता कोई नहीं कर रहा है। जो गंगा और उसकी सहयोगी नदियों की चिंता करता है ऐसे संतों को मारा जा रहा है।