हरिद्वार। गंगा की अविरलता की मांग पर आमरण अनशन करते हुए अपने प्राण त्याग देने वाले स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद उर्फ प्रोफेसर जीडी अग्रवाल की मौत को मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने सरकार के इशारे पर की गई हत्या करार दिया है। स्वामी शिवानंद ने हरिद्वार जिला प्रशासन, एम्स के डायरेक्टर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर आरोप लगाते हुए कहा ये लोग उनकी मौत के जिम्मेदार हैं। उन्होंने इन सभी लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। बता दें कि इस पर अब राजनीति पर तेज हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी जल्द ही हरिद्वार का रुख करने वाले हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार की दोपहर को स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद का ऋषिकेश के एम्स में देहांत हो गया था। आपको बता दें कि प्रोफेसर जीडी अग्रवाल से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद बने संत पिछले 111 दिनों ने गंगा की अविरलता को बरकरार रखने के लिए अनशन पर थे। गंगा की सफाई के लिए उन्होंने पीएम मोदी को भी पत्र लिखा था। खबरों के अनुसार जिला प्रशासन ने उन्हें जबर्दस्ती अनशन से उठाकर एम्स में भर्ती कराया था।
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यहां बता दें कि अब उनके निधन को अब मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने हत्या करार देते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन, एम्स के डायरेक्टर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने और गिरफ्तार करने की मांग की है। स्वामी शिवानंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह बताना चाहिए कि मां गंगा ने उन्हें क्या इसीलिए बुलाया था कि वे गंगा भक्तों का बलिदान लेते रहें।
गौर करने वाली बात है कि स्वामी शिवानंद ने कहा कि इस हत्या कि पीछे खनन माफिया और उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारी भी जिम्मेदार हैं। खनन माफिया के इशारे पर ही पहले मातृ सदन के ब्रह्मचारी स्वामी निगमानंद सरस्वती की हत्या की गई और अब स्वामी सानंद की भी हत्या कर दी गई है। गंगा के हितों की रक्षा के लिए मातृ सदन अपना सतत अभियान जारी रखेगा।