देहरादून। मौसम के बदले मिजाज ने उत्तराखंड में भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। देर शाम उत्तरकाशी जिले में आए बर्फीले तूफान में केदारताल-गंगोत्री ट्रैक पर गए पर्यटकों का एक दल फंस गया। इस तूफान में दल में शामिल एक पोर्टर बर्फ में दबकर लापता हो गया है। खबर मिलते ही प्रशासन की ओर से बचाव एवं राहत दल मौके के लिए भेज दिया है। गंगोत्री पार्क प्रशासन की ओर से बताया गया है कि 6 मई को मांउट पैराडाईज टूर ऑपरेटर संस्था की टीम इंडिया हैक कंपनी के 31 सदस्यों को लेकर गंगोत्री से केदारताल ट्रैक पर गई थी।
गौरतलब है कि मंगलवार को यह दल केदारताल से गंगोत्री वापस लौट रहा था। शाम के वक्त अचानक आए बर्फीले तूफान में दल में शामिल पोर्टर, आकाश इसकी चपेट में आकर बर्फ में दब गया जबकि अन्य सदस्य किसी तरह अपनी जान बचाकर सुरक्षित गंगोत्री लौट आए। गंगोत्री पार्क पहुंचकर इन लोगों ने कनखू वैरियर में तैनात वन कर्मियों को दी। इस पर प्रशासन ने एसडीआरएफ, वन विभाग, पुलिस का खोज एवं बचाव राहत दल मौके के लिए रवाना कर दिया है।
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यहां बता दें कि गंगोत्री धाम में भी बर्फीली हवाएं चल रहीं हैं। हालांकि यहां इससे नुकसान की सूचना नहीं है। यात्रा मजिस्ट्रेट गंगोत्री ने बताया कि केदारताल ट्रैक रूट भोजखड़क बेस केम्प के पास इंडिया हैक कंपनी के 25 ट्रेकर, 4 कंपनी के कर्मी तथा 06 पोर्टर रुके हैं, जो सुरक्षित हैं जबकि एक पोर्टर बर्फ में दब गया है।
उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले क्षेत्र तपोवन, गोमुख, चीड़बासा, गंगोत्री, यमुनोत्री, दयारा बुग्याल, कुश कल्याण, डोडीताल आदि क्षेत्रों में जमकर हिमपात हुआ है। बारिश व बर्फबारी के चलते पूरा इलाका शीतलहर की चपेट में आ गया है जिससे बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं। दोनों धामों में तापमान शून्य से नीचे चला गया है। मौसम विभाग की ओर से 48 घंटे में आंधी तूफान व भारी ओलावृष्टि की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी डाॅक्टर आशीष चैहान ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के साथ कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों में 8 तथा 9 मई को अवकाश घोषित किया है। वहीं चारधाम यात्रा पर तैनात सभी नोडल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में सक्रियता से कार्य करने के निर्देश जारी किए हैं।