मसूरी। उत्तराखंड में एक स्कूल का छात्राओं के प्रति सख्त रवैया सामने आया है। प्रधानाचार्य से बिना अनुमति लिए जिला स्तरीय खेलों में हिस्सा लेने गई दो छात्राओं को स्कूल से निकाल दिया गया है। छात्राओं के परिजनों ने इसपर कड़ा विरोध जताया है। अपने परिवारों से अनुमति लेकर खेलों में हिस्सा लेने गई इन दोनों छात्राओं ने अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए मेडल भी जीते हैं।
अनुशासनहीनता का आरोप
गौरतलब है कि सनातन धर्म इंटर कालेज की प्रधानाचार्य रश्मि कुलश्रेष्ठ ने इंटर की दो छात्राओं मोनिका और रवीना को बिना अनुमति देहरादून में आयोजित जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने पर टीसी काटकर उन्हें स्कूल नहीं आने का निर्देश दिया है। प्रधानाचार्य ने बताया कि दोनों छात्राएं बिना अनुमति खेलने गई थीं जो बड़ी अनुशासनहीनता है।
ये भी पढ़ें - आॅल वेदर रोड परियोजना को एनजीटी से मिली हरी झंडी, चीन सीमा तक पहुंच होगी मुमकिन
मेडल भी जीता
आपको बता दें कि छात्रा मोनिका ने बताया कि प्रधानाचार्य के अनुमति न देने पर वह अपने परिजनों की अनुमति से प्रतियोगिता में भाग लेने गई थी जबकि दूसरी छात्रा रवीना ने बताया कि जिलास्तरीय खेल के लिए चयन होने के बावजूद प्रधानाचार्य ने दून में प्रतियोगिता होने की वजह से जाने से मना कर दिया। उन्होंने फिर भी प्रतियोगिता में भाग लेकर दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता है। खेल आयोजन कराने वाली प्रबंध समिति के अध्यक्ष शरद गुप्ता ने बताया कि पूरे प्रकरण के सबंध में प्रधानाचार्य से बातचीत की जाएगी।
छात्राओं के मनोबल पर असर
छात्राओं के समर्थन में आई स्कूल की खेल शिक्षिका कविता नेगी ने प्रधानाचार्य पर हिटलरशाही का आरोप लगाया। उन्होंने इसके लिए प्रबंध समिति को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। छात्राओं की कोच सपना ने कहा कि प्रधानाचार्य की मनमानी से छात्रओं का मनोबल गिर रहा है।