देहरादून । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं । कैबिनेट के मंत्रियों द्वारा कई बार अपने सीएम को लेकर जताई जा रही आपत्तियों के बाद आखिरकार अब विधानसभा चुनावों से एक साल पहले राज्य के मुख्यमंत्री को बदलने की कवायद तेज हो गई है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार , भाजपा जल्द त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती है । इसके लिए भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के नामों पर मंथन भी हो रही है । इन नामों में विधायकों के साथ ही सासंदों के नाम पर भी विचार विमर्श जारी है ।
विदित हो कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ लामबंद हुए भाजपा के विधायक और नेताओं ने पार्टी आलाकमान से कई बार मुलाकात कर अपनी समस्याएं गिनवाई थीं । इस सबके बाद भाजपा ने शनिवार को दो केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाकर देहरादून भेजे थे । अब खबर है कि पर्यवेक्षक के तौर पर उत्तराखंड पहुंचे , छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और दूसरे राज्य के प्रभारी महासचिव दुष्यंत गौतम को अपनी रिपोर्ट अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को देनी है ।
ऐसी खबर है कि अगर पार्टी विधायक धनसिंह रावत या सतपाल महाराज के नाम में से किसी एक के नाम पर विधायकों में सहमित बनाने में कामयाब हुई तो इनमें से एक उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बन सकता है , वरना नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद अजय बलूनी के नाम पर भी मंथन हो सकता है ।
विदित हो कि उत्तराखंड में 2012 के शुरुआती महीनों में ही विधानसभा चुनाव होने हैं । इसे लेकर जहां कांग्रेस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है , वहीं भाजपा ने अंदरूनी गतिरोध में उलझी हुई है । इसी के चलते पिछले दिनों पार्टी की ओर से दो केंद्रीय पर्यवेक्षक मामले को जानकर अपनी रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को देंगे , जिसके बाद आगे की कार्यवाही होगी ।
बहरहाल , इस सबके बाद राज्य के भाजपा नेता सक्रिय हो गए हैं और अपने राजनीतिक समीकरण को बैठाने की जुगत में भी नजर आ रहे हैं । कुछ विधायकों ने जहां लगातार बैठकें करना शुरू कर दिया है , वहीं कुछ अभी किसी तरह की प्रतिक्रिया देने को राजी नहीं हैं ।