नई दिल्ली। कालाबाजारी रोकने के लिए भारतीय रिर्जव बैंक ऑफ इंडिया ( आरबीआई) देश में पहली बार 200 का नया नोट जारी करने जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, आरबीआई 200 के नए नोट को जारी करने की घोषणा सिंतंबर के पहले हफ्ते में कर सकता है। अभी तक 100 और 500 रुपये के बीच का कोई नोट बाजार में उपलब्ध नहीं है। इसके चलते लोग इस नए करेंसी नोट का ज्यादा प्रयोग कर सकते हैं। छोटे खर्चों के लिए जनता को खुली करेंसी की समस्या उठानी पड़ती है। इसी के साथ उम्मीद की जा रही है कि इस नोट के लॉन्च होने के बाद से समस्या दूर हो जाएंगी।
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वहीं नोटबंदी के बाद कई प्रकार के ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें 2000 रुपए के नोटों की अवैध तरीके से कालाबाजारी हुई। आरबीआई की कोशिश है कि किसी तरह बाजार में जाली करेंसी पर लगाम लगाई जाए। इसके अलावा 200 के नए नोट के फायदे भी बताए जा रहे है। पहला इससे कैश लेन-देन में आसानी होगी और दूसरा इससे कुल करेंसी में छोटे नोटों की संख्या बढ़ जाएगी।
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आपको बता दें कि नोटबंदी से पहले 500 के 1,717 करोड़ की नोट करेंसी थी और 1000 के 686 करोड़ नोट करेंसी बाजार में मौजूद थी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शोध के मुताबिक के बाद बड़े नोटों की करेंसी में 70 फीसदी की कमी आई है। आरबीआई का कहना है कि लोगों के लिए लेन-देन को सुगम बनाने की मंशा से यह नए 200 रुपये का नोट जारी किया जा रहा है।