हिसार । उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखने और देवभूमि के सभी पर्वों को प्रवासियों के बीच जिंदा रखने की मुहिम चलाने वाली हिसार की देवभूमि वेलफेयर सोसायटी एक बार फिर सुर्खियों में है। उत्तरायणी एवं बसंत पंचमी पर्व पर सोसायटी अपना छठवां राज्य स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम व पारितोषिक वितरण समोराह आगामी 20 जनवरी को हिसार के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के इंदिरा गांधी सभागार में आयोजित कर रही है। इस दौरान उत्तराखंड के लोक कलाकारों द्वारा संस्कृति के रंग बिखेरा जाएगा, जिसमें उत्तराखंड की संस्कृति की खास झलक देखने को मिलेगी। हाल में सोसायटी की कार्यकारिणी की बैठक में इस समारोह को लेकर अंतिम निर्णय लिए गए। समारोह आगामी 20 जनवरी को सुबह 10 बजे से शुरू होगा।
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इस समारोह के बारे में जानकारी देते हुए देवभूमि वेलफेयर सोसायटी की कार्यकारिणी के सदस्यों ने बताया कि इस समारोह का इंतजार हिसार के प्रवासी उत्तराखंडवासियों को पूरे साल रहता है। इसी क्रम में उत्तरायणी एवं बसंत पंचमी पर्व पर लगातार छठवां राज्य स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम व पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर उत्तराखंड के लोक कलाकारों द्वारा संस्कृति के रंग बिखेरा जाएगा, जिसमें उत्तराखंड की संस्कृति की खास झलक देखने को मिलेगी। इस अवसर पर मां नंदा देवी राजयात्रा विशेष आकर्षण का केंद्र होगी।
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उत्तराखंडी लोकगीतों और लोकनृत्यों के साथ ही प्रवासी परिवारों के बच्चों द्वारा इस अवसर पर हरियाणवी लोकगीतों की भी प्रस्तुत की जाएगी, जो अपने आप में उत्तराखंड की लोकसंस्कृति के साथ-साथ हरियाणवी संस्कृति से सामंजस्य का उदाहरण पेश करेगी।
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कार्यकारिणी की बैठक से पहले संस्था के एक प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केपी सिंह से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरायणी पर्व इंदिरा गांधी सभागार में मनाने की सहमति देन पर उनका अभार प्रकट किया। इस दौरान कुलपति ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति को बयां करते इस पर्व को हरियाणा ही नहीं पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। उत्तरायणी उत्तराखंड के लिए सिर्फ एक ऋतु वर्ष नहीं बल्कि ऐतिहासिक और संस्कृति पहचान की तरह है।
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