नई दिल्ली । देश में कोरोना काल के दौरान इस बात की संभावना व्यक्त की जा रही थी कि इस बार के आम बजट में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण देश के आयकर दाताओं को राहत देंगी । लेकिन सोमवार को बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री ने इस बार टैक्स स्लेब में कोई छूट नहीं दी । टैक्स भरने वाले करदाताओं को इस बार भी बजट में कुछ खास नहीं मिला है । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से टैक्स स्लैब में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है । वहीं सरकार ने पेट्रोल - डीजल पर कृषि सेस लगाया गया है । डीजल पर चार रुपये और पेट्रोल पर ढाई रुपये का सेस लगाया गया है ।ष हालांकि, कहा जा रहा है कि ये सेस कंपनियों को देना होगा और आम लोगों पर इसका कोई असर नहीं होगा ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि जब दुनिया इतने बड़े संकट से गुजर रही है, तब सभी की नजरें भारत पर हैं. ऐसे में हमें अपने टैक्सपेयर्स को सभी सुविधाएं देनी चाहिए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीनियर सिटीजन के लिए स्पेशल ऐलान किया । 75 साल से अधिक उम्र वरिष्ठ नागरिकों को अब टैक्स नहीं देना होगा ।
निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि एनआरआई लोगों को टैक्स भरने में काफी मुश्किलें होती थीं, लेकिन अब इस बार उन्हें डबल टैक्स सिस्टम से छूट दी जा रही है । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि स्टार्ट अप को जो टैक्स देने में शुरुआती छूट दी गई थी, उसे अब 31 मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया गया है ।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि मोबाइल उपकरण पर कस्टम ड्यूटी को बढ़ा दिया गया है, अब इसे 2.5 फीसदी तक किया गया है । हालांकि, कॉपर और स्टील में ड्यूटी को घटाया गया है । वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि सोना-चांदी से भी कस्टम ड्यूटी को घटाया गया है । एक अक्टूबर से देश में नई कस्टम नीति लागू हो रही है ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि राजकोषीय घाटा को 6.8 फीसदी तक रहने का अनुमान है. इसके लिए सरकार को 80 हजार करोड़ की जरूरत होगी, जो अगले दो महीनों में बाजार से लिया जाएगा ।