नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को दिल्ली की ओर से प्रदूषण के मामलों को लेकर एक हलफनामा दायर किया गया । इस दौरान केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली समेत एनसीआर में संपूर्ण लॉकडाउन (Complete Lockdown) लगाए जाने की बात कही । इसके बिना दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित नहीं किया जा सकता । हालांकि इस बयान से पहले केजरीवाल सरकार ने अपने यहां कुछ दिनों का लॉकडाउन लगाया है , जिसमें स्कूल कॉलेजों को बंद रखा गया है , वहीं सरकारी कर्मचारियों को भी घर से काम करने के लिए कहा गया है ।
विदित हो कि दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए गत दिनों कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई तक के लिए टाल दी थी । एक बार फिर से सोमवार को इस मामले की सुनवाई कोर्ट में हुई । इस दौरान दिल्ली सरकार (Delhi Govt) ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हम लॉकडाउन (Lockdown) लगाने के लिए तैयार हैं, हालांकि यह अधिक सार्थक होगा, अगर पड़ोसी राज्यों के अंतर्गत आने वाले एनसीआर में भी लॉकडाउन लगाया जाए ।
बता दें कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मामले को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई थी और कहा था कि अगर जरूरत पड़े तो दो दिन का लॉकडाउन लगा दें ।
हालांकि इस दौरान दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को थोड़ी सुधरी नजर आई । दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' श्रेणी से 'बेहद खराब' की श्रेणी में आ गई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह 6 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के इलाकों फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में एक्यूआई क्रमश: 312, 329, 317 और 387 दर्ज किया गया ।
आपको बता दें कि केजरीवाल ने प्रदूषण संकट से निपटने के लिए शनिवार को एक सप्ताह तक स्कूलों को बंद करने, निर्माण गतिविधियों पर रोक, सरकारी कार्यालयों में कर्मियों के घर से कार्य करने समेत कई आपात कदमों की घोषणा की थी । दिल्ली के बाद हरियाणा सरकार ने भी 17 नवंबर तक स्कूलों को बंद करने का ऐलान कर दिया है ।