नई दिल्ली । बिहार समेत देश की राजनीति में इस समय गर्मा मुद्दा बन चुके बहुचर्चित Land For Job Scam यानी जमीन के बदले नौकरी मामले में राजदू प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव समेत उनकी पत्नी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी और राजद सांसद मीसा भारती को जमानत मिल गई है । दिल्ली की रॉउज एवेन्यू कोर्ट ने तीनों को 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत देते हुए इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख 29 मार्च तय की है ।
हाथ उठाकर दर्ज कराई उपस्थिति
विदित हो कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने के इस मामले में इन तीनों आरोपियों की मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी थी । मामले की सुनवाई शुरू होने पर सभी आरोपियों ने कोर्ट में जज के सामने अपनी उपस्थिति हाथ उठाकर दर्ज कराई ।
कोर्ट ने दी जमानत
इसके बाद लालू यादव, मीसा भारती और राबड़ी देवी ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की । कोर्ट ने तीनों की याचिका मंजूर करते हुए सभी आरोपियों को 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत का आदेश दिया ।
आखिर क्या हैं आरोप
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे लालू यादव पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले में लोगों से जमीन ली थी । सीबीआई ने बीते साल 18 मई को लालू यादव के खिलाफ केस दर्ज किया था ।
सीबीआई - ईडी ने की पूछताछ
बता दें कि इसके पहले 6 मार्च को सीबीआई पटना स्थिति राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची थी जहां उसने पूर्व सीएम से सवाल-जवाब किए थे । अगले ही दिन 7 मार्च को सीबीआई की टीम दिल्ली स्थित मीसा भारती के आवास पर पहुंची । यहां पर सीबीआई ने घोटाला मामले में लालू यादव से पूछताछ की थी । पूछताछ के तीन दिन बाद ईडी की टीम ने लालू यादव, तेजस्वी यादव और उनके परिवार व करीबियों के करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने दावा किया था कि उसे छानबीन के दौरान 600 करोड़ के आर्थिक अपराध का पता चला है । ईडी ने बताया कि 1 करोड़ कैश, 1900 डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलो सोने के आभूषण बरामद किए गए हैं ।