नई दिल्ली । दिल्ली के बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में बैठे किसानों का आंदोलन अब अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां भी बटोर रहा है । असल में भारतीय किसानों के इस आंदोलन के पक्ष में अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना, क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग , मिया खलीफा , मॉडल अमांडा सेर्नी समेत कई सेलेब्स अपना बयान देते नजर आ रहे हैं । इस सब पर अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख्त बयान जारी किया है । विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में लोकतंत्र है और इसके तहत सबको अपनी बात कहने और आंदोलन करने का अधिकार है । कुछ चुनिंदा किसान प्रदर्शन कर रहे हैं , लेकिन इस सबके बीच बाहरी लोगों अपना एजेंडा चला रहे हैं , जिसे भारत सरकार नहीं चलाने देगी ।
विदित हो कि किसानों के आंदोलन के समर्थन में अब कुछ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोग भी अपने बयान जारी कर रहे हैं , जिसे ध्यान में रखते हुए बुधवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपना बयान जारी किया है । मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऐसे समय में यह देखकर दुख हुआ कि कुछ लोग और संगठन अपना एजेंडा चलाने की जुगत लगा रहे हैं । वह लगातार कुछ बयान जारी कर रहे हैं , लेकिन इस सबसे पहले उन्हें तथ्यों और हालातों को जान लेना चाहिए ।
भारत ने अपने बयान में कहा कि देश की संसद ने एक लंबी बहस के बाद सभी के समर्थन से नए कानूनों को पास किया है, कुछ ही किसान इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं । सरकार इन किसानों के साथ लगातार बातचीत कर रही है । लेकिन किसानों के इस आंदोलन के दौरान कुछ लोग अपना एजेंडा थोपने की कोशिश कर रहे हैं । यही कारण रहा कि गणतंत्र दिवस वाले दिन हिंसा भी हुई । इस समय जो भी गतिविधियां हो रही हैं , उसे भारत का आंतरिक मसला माना जाना चाहिए ।