नई दिल्ली । धनतेरस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के बेरोजगारों के लिए रोजगार मेले की शुरुआत की । पीएम मोदी ने 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान 'रोजगार मेला' का शुभारंभ करते हुए शनिवार को 75 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए । पीएम मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस रोजगार मेला का शुभारंभ किया । इस दौरान अपने संबोधन में पीएम बोले - पिछले 8 सालों में देश में रोजगार और स्वरोजगार का जो अभियान चल रहा है, आज उसमें एक और कड़ी जुड़ गई है । ये कड़ी है रोजगार मेले की । आज केंद्र सरकार 75 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही है ।
इस दौरान पीएम ने कहा - विकसित भारत के संकल्प की सिद्धी के लिए हम आत्मनिर्भर भारत के रास्ते पर चल रहे हैं । इसमें हमारे innovators, entreprenuers, उद्यमियों, किसानों, सर्विसेज और मैन्युफैक्चिरिंग से जुड़े साथियों की बड़ी भूमिका है । उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार के विभागों में इतनी तत्परता, इतनी क्षमता आई है । इसके पीछे 7-8 साल की कड़ी मेहनत है, कर्मयोगियों का विकाट संकल्प है ।
पीएम मोदी ने इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों का भी जिक्र करते हुए कहा - गांवों में बड़ी संख्या में रोजगार निर्माण का एक और उदाहरण, हमारा खादी और ग्रामोद्योग है । उन्होंने कहा, "देश के पहली बार खादी और ग्रामोद्योग, एक लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है । इन वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग में एक करोड़ से अधिक रोजगार बने हैं. इसमें भी बड़ी संख्या में हमारी बहनों की हिस्सेदारी है।
उन्होंने कहा - प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना' के तहत देश में उद्दोगों की जरूरतों के हिसाब से युवाओं को ट्रेनिंग देने का एक बहुत बड़ा अभियान चल रहा है । देश की युवा आबादी को हम अपनी सबसे बड़ी ताकत मानते हैं। आजादी के अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण के सारथी हमारे युवा हैं ।
पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्ट अप इंडिया (Start Up India) अभियान ने तो देश के युवाओं के सामर्थ्य को पूरी दुनिया में स्थापित कर दिया है । साल 2014 तक जहां देश में कुछ सौ ही स्टार्ट अप थे, आज ये संख्या 80 हजार से अधिक हो चुकी है।
वह बोले - आज भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है । 7-8 साल के भीतर हमने 10वें नंबर से 5वें नंबर तक की छलांग लगाई है । ये संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 8 वर्षों में हमने देश की अर्थव्यवस्था की उन कमियों को दूर किया है, जो रुकाटवें पैदा करती थीं । आज हमारा सबसे अधिक बल युवाओं के कौशल विकास पर है ।