नई दिल्ली । श्रीलंका में पिछले लंबे समय से जारी आर्थिक संकट के बीच सोमवार को एक बड़ी खबर सामने आई है । श्रीलंका में जारी तनाव के बीच लागू इमरजेंसी और भारी विरोध के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । राजपक्षे के समर्थकों की ओर से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के ऑफिस के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद राजधानी कोलंबो में सेना तैनात की गई है । प्रदर्शनकारियों पर किए गए राजपक्षे समर्थकों के हमले 78 से ज्यादा लोग घायल हो गए है । श्रीलंकाई अधिकारियों ने सोमवार को पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है और दो अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा का ऐलान किया है ।
विदित हो कि श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच प्रधानमंत्री महिंदा ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा भेज दिया है । साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है । यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ जिसका अर्थ है कि देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के इंपोर्ट के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है ।
विदित हो कि गत 9 अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हुए हैं, क्योंकि सरकार के पास इंपोर्ट के लिए फंड खत्म हो गया है । इसी वजह से आम लोगों के इस्तेमाल के जरूरी सामानों की कीमतें आसमान छू रही हैं।