नई दिल्ली। भारत और फ्रांस के बीच राफेल लड़ाकू विमान को लेकर राजनीति काफी तेज है। विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार पर इस सौदे को लेकर लगातार हमला किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि रिलायंस कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए विमानों के निर्माण का काम उसे सौंप दिया गया है। अब इस मामले में खुद अनिल अंबानी ने सामने आकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर सारी खबरों को गलत बताया है। अनिल अंबानी ने कहा कि फ्रांस से जिन 36 राफेल विमानों का सौदा किया गया है उसके किसी भी पुर्जे का निर्माण भारत में नहीं किया जा रहा है।
गौरतलब है कि राफेल लड़ाकू विमान की खरीद को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान तो उन्होंने रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री पर देश से झूठ बोलने तक का आरोप लगा दिया था। हालांकि इसके बाद रक्षा मंत्री ने इसका जवाब भी दिया था। राहुल गांधी के आरोप पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जवाब देते हुए कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष को रक्षा सौदे की जानकारी नहीं है और उनकी सरकार देश की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकती है।
यहां बता दें कि राहुल गांधी ने अपने आरोप में कहा था कि सरकार बिना किसी अनुभव वाली एक निजी कंपनी को विमान के निर्माण की अनुमति दे दी है। बताया जा रहा था कि सरकार ने अनिल अंबानी की कंपनी को इसका ठेका दिया है। अब खुद अनिल अंबानी सामने आकर राहुल गांधी के आरोपों का खंडन किया है।
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अनिल अंबानी ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है कि राफेल विमानों के निर्माण को लेकर उनकी कंपनी और सरकार के बीच कोई समझौता नहीं हुआ है। भारत के द्वारा जिन 36 विमानों की खरीद का सौदा किया गया है उन सभी का निर्माण फ्रांस में ही किया जाएगा और विमान के एक भी पुर्जे का निर्माण भारत में नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के निहित स्वार्थों की वजह से यह अफवाह उड़ाई जा रही है। अनिल अंबानी ने कहा कि आरोप है कि साल 2015 में राफेल सौदे की घोषणा से 10 दिन पहले ही रिलायंस डिफेंस का गठन हआ था जबकि रिलायंस समूह ने दिसंबर 2014 जनवरी 2015 में ही इसकी घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा कि फरवरी 2015 में ही हमने भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों को बता दिया था कि हमने कंपनी का गठन कर लिया है।