नई दिल्ली । भारत के नवनिर्वाचित सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार को पाकिस्तान को बड़ी परेशानी में डालते हुए बयान दिया कि अगर देश की संसद POK को वापस लेने का आदेश देगी तो हम कारवाई कर सकते है । उन्होंने कहा , क्योंकि संसद इस बारे में प्रस्ताव पास कर चुकी है कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है । सियाचिन और शक्सगम घाटी पर थलसेनाध्यक्ष ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की सांठगांठ को किसी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
टू-फ्रंट वॉर यानी चीन और पाकिस्तान से एक साथ युद्ध की स्थिति में जनरल नरवणे ने कहा कि हमारी पश्चिमी सीमाएं (पाकिस्तान से सटी) बेहद मजबूत है लेकिन अब हमारा ध्यान (चीन से सटी) पूर्वी सीमाओं को मजबूत करना है। इसके लिए चीन सीमा पर सड़कें, सैनिकों के रहने के लिए बैरक, गोला-बारूद रखने के लिए ज्यादा स्टोर बनाए जा रहे हैं. जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना ने अपने एडवांस वैपेन (आधुनिक हथियार) अब चीन सीमा पर तैनात कर दिए हैं ।
सेना दिवस से पहले थलसेना प्रमुख जनरल नरवणे आज राजधानी दिल्ली में सालाना प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे । इस दौरान उन्होंने साफ तौर से कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और उसे वापस लेने के लिए संसद को प्रस्ताव पास करना होगा ।थलसेना प्रमुख ने कहा कि जब भी भारत को दो मोर्चों पर लड़ाई लड़नी पड़ी तो एक ही फ्रंट पर मुख्य लड़ाई लड़ी जाएगी, जबकि दूसरा सेकेंडरी होगा । इसलिए भारतीय सेना इसके लिए तैयार । साथ ही उन्होंने कहा- वुहान सम्मिट के बाद से भारत और चीन की सेनाओं को जो सामिरक-दिशानिर्देश जारी किए गए थे उसके बाद से चीन सीमा पर शांति है ।