कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में मतदान से पहले अब सत्तारूढ़ टीएमसी ने सियायत के लिए नया मुद्दा उठा दिया है । ममता बनर्जी समेत टीएमसी ने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपाइयों द्वारा हमला करने का आरोप लगाया है । इस मामले को लेकर टीएमसी के नेता चुनाव आयोग पहुंच गए हैं , जहां इस मामले की जांच की मांग की गई है । हालांकि एक चश्मदीद ने दावा किया है कि ममता पर कोई हमला नहीं हुआ बल्कि वह एक खंभे के चलते दुर्घटनाग्रस्त हुई और उनके पैर में चोट आई है । भाजपा ने इस पूरे घटनाक्रम को ममता का सियासी ड्रामा करार दिया है । भाजपा नेताओं ने ड्राइवर की गलती के चलते इस हादसे के होने की बात कही है ।
विदित हो कि टीएमसी नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत उस पर हमला किया गया , जिसके चलते उसके पैर में चोट आई है । ममता को इलाज के लिए SSKM अस्पताल में भर्ती करवाया गया है , जहां अभी उन्हें हल्का बुखार है और उनके पैर में प्लास्टर लगा है ।
इस घटनाक्रम को लेकर टीएमसी ने नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य और डैरेन ओ ब्रायन गुरुवार सुबह चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और मामले की जांच करवाने की मांग की । हालांकि चुनाव आयोग ने पहले ही इस मामले की जांच की रिपोर्ट मांगी है ।
इससे इतर , हादसे के समय मौके पर मौजूद छात्र सुमन मैती ने मीडिया को बताया कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) यहां पहुंचीं, तब उनको देखने के लिए भीड़ जमा हो गई और लोग उन्हें घेरकर खड़े हो गए। इस दौरान उन्हें गर्दन और पैर पर चोट लगी । इस दौरान किसी ने उन्हें धक्का नहीं दिया. उनकी कार धीरे-धीरे चल रही थी । एक अन्य चश्मदीद ने कहा कि मैं घटनास्थल पर ही मौजूद था, वह (ममता बनर्जी) अपनी कार के अंदर बैठी थीं, लेकिन दरवाजा खुला था । दरवाजा एक पोस्टर से टकराने के बाद बंद हो गया । किसी ने धक्का नहीं दिया और न ही मारा । उस समय दरवाजे के पास कोई नहीं था ।
वहीं ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की प्राथमिक मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट आई है, जिसमें बताया गया है कि उन्हें कई जगहों पर चोट लगी है । ममता बनर्जी के बाएं टखने और पैर की हड्डियों में गंभीर चोटों का पता चला है. इसके साथ ही उनके दाहिने कंधे, गर्दन और कलाई में भी चोटें आई हैं । डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है और अगले 48 घंटों के लिए निगरानी में रखा जाएगा ।