नई दिल्ली । गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के निधन के बाद प्रदेश में भाजपा के लिए एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। प्रदेश में नए सीएम का ऐलान करने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार देर रात गठबंधन सरकार के सहयोगी भाजपा , जीएफपी और एमडीपी के विधायकों के साथ करीब 6 घंटे तक बैठक की, लेकिन नए सीएम के नाम पर कोई आम सहमति नहीं बन पाई । इस सब के बीच गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत दिल्ली पहुंच गए हैं । ऐसी अटकलें हैं कि वह सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, लेकिन पूर्व सीएम ने इन बातों से मना किया है।
बता दें कि मनोहर पार्रिकर के निधन के बाद गोवा में नए मुख्यमंत्री के चुनाव और प्रदेश की गठबंधन सरकार को बरकरार रखने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। पार्रिकर के निधन से पहले ही कांग्रेस का सरकार बनाने का दावा भाजपा के लिए एक संकट बन गया है। इस सब के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार रात ही गठबंधन सरकार के सहयोगी दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी , महाराष्ट्रवादी गोमान्तक पार्टी के नेताओं से चर्चा की। इसके लिए नितिन गडकरी देर रात गोवा पहुंचे और उसके बाद गठबंधन के दलों के नेताओं के साथ करीब 6 घंटे तक मंथन बैठक की।
हालांकि अब खबर आ रही है कि विधायकों के साथ चली मंथन बैठक में कोई नतीजा नही निकल पाया है। एक बार फिर से गडकरी थोडी देर बाद भाजपा विधायको के साथ बैठक करेंगे। शाम 5 बजे मनोहर पार्रिकर का अंतिम संस्कार होने से पहले भाजपा आलाकमान चाहता है कि वह नए सीएम के नाम पर आम राय बना पाए।
इस बीच गोवा फॉर्वर्ड पार्टी के प्रमुख सरदेसाई ने कहा कि उन्होंने भाजपा को अपना समर्थन नहीं दिया था बल्कि उन्होंने मनोहर पार्रिकर को समर्थन दिया था। अब उनके पास विकल्प खुले हैं। अभी भाजपा के साथ चर्चा चल रही है , देखते हैं क्या निकलता है।