नई दिल्ली । कुछ समय पहले तक देश में कच्ची उम्र में लड़कियों की शादी एक बड़ा मुद्दा हुआ करता था, लेकिन हाल में हुए एक सर्वे में सामने आया है कि जहां एक ओर लड़कियों की कम उम्र में शादी के मामले में सुधार आया है वहीं अब देश में लड़कों की शादी कानून के अनुसार तय आयु से कम उम्र में हो रही है। यह हालात देश के किसी एक क्षेत्र का नहीं बल्कि कई राज्यों में हैं। जहां एक ओर देश में आज भी 20 फीसदी लड़कों का विवाह कानूनी उम्र से पहले हो रहा है, वहीं लड़कियों का कच्ची उम्र में शादी का प्रतिशत मात्र 26.8 रह गया है। यह आंकड़े नेशनल फैमिली हैल्थ सर्वे में सामने आए हैं।
बता दें कि एक समय था जब देश में लड़कियों की कच्ची उम्र में शादियां होती थी। भारत के विकास के साथ-साथ और नारी सशक्तिकरण के इस दौर में इस आंकड़े में तो कमी आई है लेकिन हाल में एक तथ्य सामने आया है कि लड़कों की कच्ची उम्र में शादी के मामले में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हेल्थ सर्वे के मुताबिक, यूपी में तो लड़कियों से ज्यादा प्रतिशत में लड़के ऐसे हैं, जिनका विवाह कम उम्र में हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक यूपी में जहां कच्ची उम्र यानी 18 साल से पहले लड़कियों की शादी का प्रतिशत 21 फीसदी है, वहीं सूबे में 28.8 फीसदी ऐसे लड़के हैं जिनका विवाह 21 साल की कानूनी उम्र सीमा से पहले हो रहा है।
कुछ ऐसा ही हाल बिहार का भी है। यहां भी लड़कियों से ज्यादा संख्या में लड़कों का विवाह कानूनी उम्रसीमा से पहले हो रहा है। बिहार में जहां 40 फीसदी लड़कों का विवाह 21 साल की उम्र से पहले हो रहा है, वहीं 39 फीसदी लड़कियों की बिहार में कच्ची उम्र में शादी हो रही है।
बात हरियाणा की करें तो यहां के हालात भी यूपी-बिहार की तरह ही हैं, जहां लड़कियों से ज्यादा लड़कों का प्रतिशत है, जिनकी शादी कानूनी उम्र से पहले शादी हो जाती है। हरियाणा में 21 साल से पहले 31 फीसदी लड़कों की शादी हो जाती है, जबकि मात्र 18 फीसदी लड़कियां ही ऐसी है जिनकी शादी कच्ची उम्र में होती है।
मध्य प्रदेश के हालात भी कुछ ऐसे ही हैं, यहां 39.5 लड़कों की तो 30 फीसदी लड़कियों की शादी तय उम्र से पहले हो जाती है।
अगर बात राजस्थान की करें तो यहां दोनों का प्रतिशत बराबरी पर है। हालांकि .7 फीसदी लड़कों की शादियां लड़कियों की तुलना में पहले हो रही है। राजस्थान में जहां 35 फीसदी लड़कियों की कच्ची उम्र में शादी हो रही है, वहीं 35.7 फीसदी युवकों की शादी 21 साल से पहले हो रही है।
उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। देवभूमि में जहां 21 फीसदी लड़कियां की शादी 18 साल से पहले हो रही है, वहीं 21 प्रतिशत लड़कों का विवाह 21 साल से पहले हो रहा है।