नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा इस साल 12वीं की परीक्षाओं को भी रद्द करने के बाद रिजल्ट के लिए सरकार ने 15 दिन का समय मांगा था । इसके बाद अब गुरुवार को सीबीएसई CBSE की 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद रिजल्ट बनाने के लिए बनाई गई 13 सदस्यीय टीम ने अपने रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है । कोर्ट को बताया गया है कि 12वीं के रिजल्ट के लिए 10वीं , 11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड के रिजल्ट को आधार बनाकर फाइनल रिजल्ट बनाया जाएगा । हालांकि सीबीएसई ने साफ कर दिया है कि जो बच्चे परीक्षा देना चाहते हैं , उनके लिए बाद में अलग व्यवस्था की जाएगी ।
इस सबके बीच कहा गया है कि आगामी 31 जुलाई तक छात्रों के रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे ।
सीबीएसई ने कोर्ट को 12वीं का रिजल्ट बनाने के लिए इन मानकों का उल्लेख किया है ।
1- छात्र के 10वीं के 5 में से तीन विषयों के सबसे अच्छे नंबरों को लिया जाएगा ।
2- 11वीं क्लास के पांचों विषयों का एवरेज लिया जाएगा ।
3- इसी क्रम में 12वीं के प्री बोर्ड के नंबरों और प्रेक्टिकल के नंबर को लिया जाएगा ।
4 - सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में साफ किया है कि 10वीं के 30फीसदी , 11वीं के 30 फीसदी और 12वीं के नंबरों को 40 फीसदी से आंका जाएगा ।
बता दें कि बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले केंद्र, सीबीएसई और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परिणाम घोषित करने के रूल्स बनाने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था । इसके बाद सीबीएसई ने अब स्कूल आधारित मूल्यांकन के लिए और प्रैक्टिकल के तरीके में बदलाव को लेकर नया सर्कुलर जारी किया है ।