भोपाल । मध्य प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच आखिरकार राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार दोपहर फ्लोर टेस्ट से पहले अपना इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया । उन्होंने इस दौरान भाजपा पर उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता ने हमें 5 साल का जनादेश दिया था , लेकिन भाजपा ने पहले ही दिन से हमारे खिलाफ साजिश रची । उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा को राज के लिए 15 साल मिले तो मुझे साजिश के तहत महज 15 महीने दिए गए । उन्होंने कहा कि हमें और जनता को धोखा देने वाले नेताओं को जनता माफ नहीं करेगी । भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की है ।
बतौर मुख्यमंत्री अपनी अंतिम प्रेस वार्ता में कमलनाथ ने भाजपा पर जमकर हल्ला बोला । उन्होंने कहा - सबसे ज्यादा सीटें हासिल करके सत्ता में आई । 17 दिसंबर को मैंने सीएम पद की शपथ ली थी और उसके बाद मंत्रिमंडल ने शपथ ली । पिछले महीनों में हमारा प्रयास रहा कि हम प्रदेश की सूरत बदलें । जब में यूपीए सरकार में था , उस दौरान में कैबिनेट में था और मैंने जितना हो सका राज्य के लिए विकास की योजनाओं को लागू करवाया । पिछले दिनों जनता ने मुझे राज्य के विकास का मौका दिया था, इन 15 महीनों में मैंने क्या गलती की । इन 15 महीनों में प्रदेश की जनता ने हमारे काम की सराहना की , लेकिन भाजपा ने लगातार हमारे खिलाफ साजिश रची । हर 15 दिन में भाजपा के नेता हमपर आरोप लगाते रहे कि यह सरकार ज्यादा नहीं चलेगी । पहले दिन से ही भाजपा ने हमारे खिलाफ साजिश रची । लेकिन समय गवाह है कि हमने इस छोटे से समय के अंतराल के बीच ही अच्छा काम किया है ।
कमलनाथ ने कहा कि सरकार को गिराने के लिए करोड़ों खर्च करके खरीद फरोख्त का खेल खेला । हमारे 22 विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाया गया । भाजपा ने राज्य की साढ़े 7 करोड़ लोगों को धोखा दिया है। हमने 15 महीनों में प्रदेश के माफिया राज को खत्म किया ।
उन्होंने कहा भाजपा की सरकार में प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ी, हमने विकास की कई योजनाओं को शुरू किया था लेकिन हमारे खिलाफ पहले दिन से ही साजिश रची जा रही थी । लेकिन प्रदेश की जनता सच्चाई के साथ खड़ी है । हमारे कार्यकाल के दौरान जनता ने समझ लिया है कि सरकार क्या होती है । भाजपा ने किसानों को धोखा दिया है । पिछले 15 महीनों के दौरान हमारे उपर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं ।