नई दिल्ली । राज्यसभा में बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया । इस दौरान उन्होंने देश के अल्पसंख्यों को आश्वस्त किया कि यह बिल उनके खिलाफ नहीं है। वहीं उनके संबोधन के बाद बहस को शुरू करते हुए कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने मोदी सरकार की इस बिल को लेकर जारी प्रयासों पर कहा कि आखिर इस सरकार को इस बिल को पास करवाने की इतनी जल्दबाजी क्या है । 72 साल में ऐसा पहली बार हुआ है, ये विरोध के लायक ही है । ये बिल संवैधानिक, नैतिक आधार पर गलत है, ये बिल प्रस्तावना के खिलाफ है । ये बिल लोगों को बांटने वाला है । हिंदुस्तान की आजादी के बाद देश का बंटवारा हुआ था, तब संविधान सभा ने नागरिकता पर व्यापक चर्चा हुई थी । बंटवारे की पीड़ा पूरे देश को थी, जिन्होंने इसपर चर्चा की उन्हें इसके बारे में पता था।
टू नेशन थ्योरी कांग्रेस ने नहीं दी
राज्यसभा में आनंद शर्मा ने कहा - ये बिल संविधान निर्माताओं पर सवाल उठाता है, क्या उन्हें इसके बारे में समझ नहीं थी । भारत के संविधान में किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ, बंटवारे के बाद जो लोग यहां पर आए उन्हें सम्मान मिला है । पाकिस्तान से आए दो नेता प्रधानमंत्री भी बने हैं । कांग्रेस नेता बोले कि टू नेशन थ्योरी कांग्रेस पार्टी ने नहीं दी थी, वो सावरकर ने हिंदू महासभा की बैठक में दी थी । आनंद शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री ने बंटवारे का आरोप उन कांग्रेसी नेताओं पर लगाया जिन्होंने जेल में वक्त गुजारा, ये राजनीति बंद होनी चाहिए ।
बिल में बहुत अंतर
उनहोंने कहा पहले और अब के बिल में काफी अंतर है । इस विधेयक को लेकर मोदी सरकार जो सबसे बात करने का जो दावा कर रही है उससे मैं सहमत नहीं हूं । इतिहास इसको कैसे देखेगा, उसे वक्त बताएगा । कांग्रेस नेता बोले कि इस बिल को लेकर जल्दबाजी क्यों हो रही है, संसदीय कमेटी के पास इसे भेजा जाता और तब लाया जाता । आनंद शर्मा ने कहा - यह बिल संविधान निर्माताओं पर सवाल उठाता है, क्या उन्हें इसके बारे में समझ नहीं थी । भारत के संविधान में किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ, बंटवारे के बाद जो लोग यहां पर आए उन्हें सम्मान मिला है । पाकिस्तान से आए दो नेता प्रधानमंत्री भी बने हैं । कांग्रेस नेता बोले कि टू नेशन थ्योरी कांग्रेस पार्टी ने नहीं दी थी, वो सावरकर ने हिंदू महासभा की बैठक में दी थी । आनंद शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री ने बंटवारे का आरोप उन कांग्रेसी नेताओं पर लगाया जिन्होंने जेल में वक्त गुजारा, ये राजनीति बंद होनी चाहिए ।
अमित शाह बोले - ऐतिहासिक बिल लाया हूं
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा - मैं सदन के सामने एक ऐतिहासिक बिल लेकर आया हूं, इस बिल के जो प्रावधान हैं उससे लाखों-करोड़ों लोगों को फायदा होगा । अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश में जो अल्पसंख्यक रहते थे, उनके अधिकारों की सुरक्षा नहीं होती थी उन्हें वहां पर समानता का अधिकार नहीं मिला था । जो अल्पसंख्यक धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में आए, उन्हें यहां पर सुविधा नहीं मिली ।