संगरूर । कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी सोमवार को पंजाब के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन संगरूर के समाना में पहुंचे । केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हाल में पास किए गए कृषि संबंधी कानून के विरोध में किसानों को लेकर 'खेती बचाओ' आंदोलन के तहत उनके लिए संगरूर में एक रैली का आयोजन किया गया । लेकिन आलम यह रहा कि राहुल और कांग्रेसी नेताओं को सुनने के लिए गिनती के ही लोग पहुंचे , जबकि कुर्सियां बहुत अधिक मात्रा में बिछाई गई थी। बताया जा रहा है कि लोगों के भाषण के दौरान उठकर जाने और बहुत कम लोगों के मौजूद होने के चलते राहुल गांधी ने अपना भाषण बहुत छोटा कर दिया ।
हालांकि रैली स्थल के बाहर ट्रैक्टरों की संख्या बहुत ज्यादा नजर आई। कुछ यही हाल पहले दिन मोगा में नजर आया था । रैली में सीएम अमरिंदर और नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाबी में भाषण को सुनने के लिए तो कुछ लोग बैठे नजर आए , लेकिन राहुल गांधी के हिंदी के भाषण देते हुए वे लोग उठकर जाने लगे । उनका कहना था कि राहुल को पंजाब की समझ नहीं है, वह अमरिंदर - नवजोत को सुनने आए हैं।
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने तीन दिवसीय दौरे पर पंजाब गए हैं । लेकिन उनके दौरे के पहले दिन की रैली फुस्स नजर आई । संगरूर के समाना में आयोजित उनके रैली से पहले इलाके में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर घूमते नजर आए , लेकिन जब रैली स्थल पर राहुल गांधी पहुंच तो गितनी के लोग वहां बैठे नजर आए , जिसमें पार्टी कार्यकर्ता ही आधे से ज्यादा थे। आम आदमी उनकी इस रैली से दूर ही नजर आए।
वहीं राहुल की रैली से ज्यादा वहां पहुंचे कई युवा रैलीस्थल के बाहर ट्रैक्टर दौड़ाते नजर आए। इस तरह की खबरें हैं कि अपना ट्रैक्टर लेकर आए लोगों को पिछले दो दिनों से कम से कम 500 रुपए का डीजल मुहैया कराया जा रहा है ।
वहीं राहुल गांधी की रविवार को मोगा में हुई रैली में जब राहुल गांधी ने बोलना शुरू किया तो लोग रैली स्थल से उठकर जाने लगे । इन लोगों का कहना था कि राहुल गांधी को पंजाब के मसलों का ज्ञान नहीं है और वो तो सिर्फ नवजोत सिंह सिद्धू को सुनने के लिए आए थे । लोगों का कहना था कि वह सुबह 10 बजे से बैठे हैं लेकिन नेता लोग 1 बजे पहुंचे । इतनी देर नहीं बैठ सकते ।