अहमदाबाद । गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले एक बार फिर से कांग्रेस को बड़ा झटका लगने जा रहा है । पिछले दिनों कांग्रेस के आलाकमान और पार्टी की नीतियों के प्रति अपनी नाराजगी जताने वाले युवा नेता हार्दिक पटेल ने भाजपा में जाने का मन बना लिया है । मिली जानकारी के अनुसार , आगामी 2 जून को हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल होंगे । हालांकि पिछले दिनों उन्होंने भाजपा में जाने के सवालों को टाल दिया था , लेकिन जिस तरह से भाजपा की कार्यशैली की तारीफ की थी , उससे इस बात के संकेत मिल गए थे कि वह जल्द भाजपा का दामन थाम सकते हैं ।
बता दें कि पिछले दिनों गुजरात कांग्रेस के बड़े पाटिदार नेताओं में से एक युवा नेता हार्दिक पटेल ने राहुल गांधी समेत पार्टी के कई नेताओं पर तंज कसे थे । उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के नेताओं पर कटाक्ष मारते हुए कहा था कि वह गुजरात में आकर राज्य के स्थानीय मुद्दों पर बात ही नहीं करते थे , सिर्फ केंद्र की मोदी सरकार के फैसलों का विरोध करना ही पार्टी का एकमात्र काम रह गया था । उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम अपना इस्तीफा पत्र लिखते हुए साफ कहा कि पार्टी के स्थानीय नेता राहुल गांधी को खिलाने -पिलाने में ज्यादा ध्यान देते थे , जबकि राज्य में बड़े मुद्दों को लेकर कोई बात करने को राजी नहीं था ।
हार्दिक ने अपने पत्र में लिखा था कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ केंद्र सरकार के विरोध तक सीमित रह गई है । जबकि देश को ऐसा विकल्प चाहिए जो केंद्र सरकार का विरोध नहीं बल्कि उनके बारे में सोचता हो । चाहे बात अयोध्या मंदिर की हो , एनआरसी , आर्टिकल 370 , सीएए या टैक्स व्यवस्था में सुधार के लिए जीएसटी को लागू करने के मुद्दे हों , देशहित में होने के बावजूद कांग्रेस इनसबका विरोध करती रही ।
बता दें कि कांग्रेस को 2017 में पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग करने वाले पटेल के आंदोलन से फायदा पहुंचा था, लेकिन 2019 में उनके कांग्रेस में शामिल होने के बाद से पार्टी के प्रति समुदाय का समर्थन कमजोर हुआ। राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा में मात्र नौ सीट कम होने के कारण कांग्रेस 2017 गुजरात चुनाव में पीछे रह गई थी । उस दौरान ऐसा कहा जाने लगा कि राज्य में दो दशकों से अधिक समय तक सत्ता पर काबिज भाजपा को हराने की क्षमता कांग्रेस में है , लेकिन अब हार्दिक के जाने से कांग्रेस के लिए मुकाबला मुश्किल हो गया है ।