नई दिल्ली । देश में कोरोना की नई लहर ने लोगों को दहशत में ला दिया है । देश में प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं , जबकि इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी बहुत तेजी से बढ़ रही है । इस सबके बीच एक बार फिर से लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है , जिसका सबसे ज्यादा असर प्रवासी मजदूरों पर पड़ने लगा है । पिछले 2-4 दिनों में दिल्ली महाराष्ट्र में रहने वाले प्रवासी मजदूरों ने अपने गांवों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है । इन लोगों का कहना है कि पिछली बार वह लॉकडाउन में इन शहरों में फंस गए थे , लेकिन इस बार वह समय रहते अपने घरों की ओर जा रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली - महाराष्ट्र के साथ ही देश के कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू से लकर आंशिक लॉकडाउन लगना शुरू हो गया है । महाराष्ट्र के कई जिलों में जहां आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है , वहीं दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगाने के साथ ही कई अन्य पाबंदियां लगाई गई हैं।
इस बीच हाल में दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे पर प्रवासी मजदूरों को अपने परिवार के साथ अपने गांव जाते देखा गया । जब उनके इस समय गांव जाने का कारण पूछा तो उन्होंने पूर्ण लॉकडाउन लगने की आशंका जताते हुए यहां फंस जाने का डर जाहिर किया । उन्होंने कहा पिछली बार हम लोग यहीं फंस गए थे और बड़े कष्ट के साथ अपने घर पहुंचे थे । लेकिन इस बार हम समय रहते ही अपने गांव जा रहे हैं ।
कुछ ऐसा ही नजारा महाराष्ट्र के पुणे समेत कुछ अन्य जिलों में देखने को मिल रहा है । यहां भी प्रवासी मजदूर अपने गांवों के लिए बसों में सवार हो रहे हैं ।
दिल्ली महाराष्ट्र के साथ ही यूपी- मध्य प्रदेश , राजस्थान , छत्तीसगढ़ में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को एक बार फिर से पूर्ण लॉकडाउन का डर सताने लगा है । जैसे छत्तीसगढ़ के रायपुर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है । वहीं महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया गया है । राजस्थान के साथ ही यूपी में भी धीरे धीरे सख्ती बढ़ने लगी हैं ।
इस सबके बीच हाल के दिनों में प्रवासी मजदूरों का रुख अपने गांव की ओर हो चला है । बस अड्डों पर प्रवासी मजदूरों को अपने परिजनों के साथ देखा जा रहा है । अगर आने वाले दिनों में कोरोना के मामलों में कमी नहीं आई तो यह संकट और बढ़ेगा ।