नई दिल्ली । कोरोना को लेकर पूरी दुनिया में दहशत है । अब तक 30 हजार से ज्यादा लोग इस महामारी का शिकार हो गए हैं । जबकि लाखों की संख्या में लोग इससे संक्रमित हो गए हैं । दुनिया के कई देशों में पूरी तरह लॉकडाउन का ऐलान किया गया है , वहीं भारत की बात करें तो यहां भी केंद्र सरकार ने इस वायरस की रोकथाम के लिए जहां वैक्सीन बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं , वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत को लेकर विश्वास जताया है कि वह इस समस्या के समाधान में दुनिया का प्रतिनिधित्व करेगा । इस सबके बीच WHO ने कुछ अफवाहों पर से भी पर्दा उठाया है ।
WHO के मुताबिक, कोरोना वायरस के हवा में फैलने की बात महज अफवाह है । कोविड-19 'एयरबॉर्न' डिसीज नहीं है । हालांकि पिछले दिनों इस तरह की खबरें आ रही थीं कि कोरोना का वायरस हवा में 8 घंटों तक सक्रिय रह सकता है ।
इस अफवाह पर WHO ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस सिर्फ सरफेस या ड्रॉपलेट के जरिए ही एक इंसान से दूसरे इंसान को संक्रमित करता है । रोगी व्यक्ति के ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आने के बाद ही एक स्वस्थ्य इंसान संक्रमित हो सकता है । ऐसे रोगी के खांसने, छींकने या मास्क पहनकर बात न करने के वक्त हो सकता है ।
हालांकि इस दौरान साफ किया गया हौ कि यह महामारी सरफेस के जरिए भी तेजी से फैलती है । यानी खांसते - छींकते वक्त रोगी के ड्रॉपलेट्स यदि कहीं गिर जाएं और स्वस्थ्य व्यक्ति उसके संपर्क में आ जाए , तो भी वह संक्रमित हो सकता है ।
इस सबके लिए डब्ल्यूएचओ के साथ ही देश दुनिया की कई अन्य स्वास्थ्य संगठनों ने इस वायरस से बचाव के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं । इसके तहत किसी भी शख्स को रोगी व्यक्ति से तकरीबन 1 मीटर की निश्चित दूरी बनाकर रखनी चाहिए । अगर आप किसी जरूरी सर्विस से जुड़े कर्मचारी हैं तो घर से बाहर किसी भी चीज को छूने के बाद साबुन या सैनिटाइजर से अच्छी तरह हाथ धोएं ।
किसी शख्स से हाथ न मिलाएं और अपने चेहरे - नाक- और मुंह पर हाथ न लगाएं । ध्यान रखें कि अगले कुछ दिन और घर में रहें और बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें ।