नई दिल्ली । दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज से दुनिया भर के जिलों में वापस लौटे कोरोना पीड़ित लोग अब भारत में इस वायरस के सबसे बड़े संवाहक बन गए हैं । इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है । ताजा जानकारी के मुताबिक , मरकज से तमिलनाडु लौटे 110 लोग संक्रमित पाए गए हैं । इसके साथ ही तमिलनाडु में कोरोना के मरीजों की संख्या 234 हो गई है । इस सबके बाद इन लोगों के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है ।
मिली जानकारी के मुताबिक , दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से लौटे लोगों का लगातार कोरोना से संक्रमित पाए जाना जारी है । मरकज से तमिलनाडु लौटे 110 लोग संक्रमित पाए गए हैं । इससे पहले मरकज से लौटे 93 लोगों के कोरोना वायरस की चपेट में आने का मामला सामने आया था । उन सभी का सैंपल भी पॉजिटिव आया था । इनमें 45 तमिलनाडु, 9 अंडमान और 24 केस दिल्ली के हैं । इसके अलावा आंध्र प्रदेश से 4 और केस सामने आए, जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री मरकज की रही है ।
इसी क्रम में विशाखापट्टनम से भी 21 केस सामने आए हैं । इसके साथ ही मरकज से 2 हजार से ज्यादा लोग निकाले गए हैं । इनमें से 617 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, बाकी क्वारंटीन किए गए हैं । इन जमात से लौटे लोगों की तलाश में यूपी - दिल्ली - मुंबई , केरल , तमिलनाडु समेत कई राज्यों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ।
मरकज में गए 13 बांग्लादेशियों को ठाणे में पकड़ा गया है , जिन्हें क्वारंटीन किया गया है । बात आंध्र प्रदेश की करें तो यहां मरकज जमात से जुड़े 30 जमातियों का टेस्ट किया गया, जिसमें से 14 पॉजिटिव पाए गए हैं । अहमदाबाद में जमात के मरकज से लौटे लोगों की तलाश की गई । इस बीच गोमतीपुर इलाके में पुलिस पर पथराव किया गया ।
यूपी के मऊ में मरकज से लौटे लोगों की तलाश के लिए पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। वहां से 15 लोग पकड़े गए हैं । यह लोग जमात में शामिल होकर मऊ में अलग-अलग जगह ठहरे हुए थे ।