नई दिल्ली । देश में कोरोना काल खत्म होने के कगार पर पहुंच गया था , लेकिन एक बार फिर से कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले सामने आने लगे हैं । पिछले 15 दिनों में महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के दो नए वेरिएंट मिलने से परेशानी बढ़ गई है । महाराष्ट्र में संक्रमण (Maharashtra Corona Case) के मामलों में वृद्धि देखी गई है । इसे लेकर जहां वहां की उद्धव ठाकरे सरकार सक्रिय हो गई है और कई इलाकों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है । इतना ही नहीं राज्य के 3 शहरों में लॉकडाउन भी लगा दिया गया है । इतना ही नहीं महाराष्ट्र की तरह ही राजस्थान के भी कई शहरों में धारा 144 लागू है । इसी क्रम में केरल में भी कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने से एक बार फिर से देश के कुछ हिस्सों में दहशत फैलने लगी है ।
विदित हो कि देश में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने के बाद से अफरातफरी फिर से मच गई है । महाराष्ट्र , केरल , राजस्थान समेत करीब 13 राज्यों में एक बार फिर से संकट के बादल मंडराने लगे हैं । हालांकि केंद्र सरकार ने Indian Sars-Cov-2 Genomics Consortium नाम से एक कमेटी बनाई थी , जिसने भारत में 3500 सैंपल देखे. जिनमें से पहले, यूके वेरिएंट के करीब 187 मामले देखने में आए हैं । दूसरा, साउथ अफ्रीका वेरिएंट संक्रमण 6 लोगों में पाया गया , तीसरा, ब्राजील वाला स्ट्रेन वेरिएंट 1 व्यक्ति में मिला है ।
महाराष्ट्र में चौथा व पांचवा नया वेरिएंट मिलने की पुष्टि हुई है । इस तरह अब तक कुल मिलाकर अब तक 5 वेरिएंट पकड़ में आ चुके हैं । इस पर एक्सपर्ट की अलग-अलग राय सामने आ रही है ।
सरकार की चिंता अब इस बात को लेकर नजर आ रही है कि कहीं महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्यों में कहीं अब दोबारा से कोरोना का संक्रमण न बढ़ जाए । हालांकि शुरुआती तौर पर सरकार ने इस बात से साफ इंकार कर दिया है ।
आईसीएमआर (ICMR) ने कहा है कि ये वेरिएंट केस में बढ़ोतरी की वजह नहीं है लेकिन इस सवाल का जवाब अभी आना बाकी है कि भारत के कुछ राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर की वजह क्या है?
इससे इतर , PGIMER (Postgraduate Institute of Medical Education and Research) चंडीगढ़ के डायरेक्टर जगत राम ने कहा है, 'UK स्ट्रेन के बारे में दिसंबर में पता था अब भारत में भी नया स्ट्रेन मिला है । इन दोनों ही स्ट्रेन में तेजी से फैलने की क्षमता है । PGIMER डायरेक्टर ने कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद दूसरी लहर बढ़ने की संभावना जताई है । इसके पीछे उनका तर्क है कि नया स्ट्रेन तेजी से फैलता है ।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि जो लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं उनको शायद डेवलप हो चुकी Herd Immunity के सहारे इससे लड़ने में मदद मिल सकती है लेकिन पक्के तौर पर यह नहीं कहा जा सकता ।