नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए यह वीकेंड काफी परेशानी भरा होने जा रहा है। अगले 3 दिन आप घूमने के लिए घर से बाहर निकले इससे बेहतर होगा कि आप अपने घरों में कैद रहें। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि आने वाले 3 तीन दिल्ली-एनसीआर के वातावरण में धूल के कणों के साथ प्रदूषण की मात्रा चरम पर होगी। यह धूल के कण न केवल आपके स्वास्थ को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं, बल्कि अस्थमा और सांस संबंधी किसी अन्य बीमारी के मरीजों समेत बच्चों को बुजुर्गों के लिए घातक साबित हो सकते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस वातावरण में अगर कोई समान्य इंसान 5 घंटे हवा में सांस ले तो उसमें अस्थमा के लक्षण नजर आने लगेंगे। हालांकि इस आफत के बीच दिल्ली सरकार ने धूल के कणों को ध्यान में रखते हुए पेड़ों पर छिड़काव की कवायद की है।
प्रदूषण नापने वाली मशीनें फेल
बता दें कि इस समय प्रदूषण इतने घातक स्तर पर पहुंच गया है कि प्रदूषण को नापने वाली मशीनें तक फेल हो गई हैं। दिल्ली में कई जगहों पर एयर इंडेक्स 431 दर्ज हुआ। इस सब के चलते दिल्ली-एनसीआर में वातावरण बुरी तरह जहरीला हो गया है। इस सब के बीच लोगों को बेवजह घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी है।
अगले तीन दिन काफी खतरनाक
इस सब के बीच मौसम विभाग और जानकारों का कहना है कि लोगों के लिए अगले तीन दिन और खतरनाक हैं। अगले दिन दिनों तक लोगों को इन धूल के कणों से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। अगले 3 दिनों तक पीएम 10 का स्तर खतरनाक स्तर पर होगा।
ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित
इस सब के बीच चौंकाने वाली ये है कि एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे ज्यादा प्रदूषित जगह के रूप में सामने आया है। यहां एयर इंडेक्स 500 तक पहुंच गया। जबकि हम बात नोएडा की करें तो यहां एयर इंडेक्स 390 , गाजियाबाद में 384, फरीदाबाद में 317 और गुड़गांव में 485 दर्ज हुआ है।
निर्माण कार्यों पर रोक
इस सब के बीच दिल्ली में सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान दिल्ली में PWD की सड़कों की सफाई मैकेनिकल मशीनों के जरिए होगी। मुख्य सड़कों पर झाड़ू नहीं लगाया जाएगा। वहीं हरियाणा में भी सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। सरकार ने ऐसा हवा में बढ़ते धूल के कणों को बढ़ने से रोकने के मद्देनजर किया है।
दिल्ली सरकार कर रही पेड़ों पर छिड़काव
बहरहाल , पिछले कुछ दिनों से आफत झेल रहे दिल्लीवालों की सेहत को लेकर अब जाकर दिल्ली सरकार को ध्यान आया है। दिल्ली सरकार ने पेड़ों पर छिड़काव करना शुरू कर दिया है, जिससे उनपर मौजूद धूल के कण जो हवा चलने पर हवा में घुल जाते हैं , जो बैठ जाएं।