मुंबई । महाराष्ट्र में नई सरकार गठन के लिए इन दिनों शिवसेना - कांग्रेस और एनसीपी नए गठबंधन के रूप में एकजुट हुए हैं । तीनों दलों ने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार करते हुए अपने पांच साल के लिए सीएम से लेकर अन्य मंत्री पदों तक पर आम सहमति बना ली है । लेकिन इस के बीच भाजपा भी खुद को सरकार गठन की रेस से बाहर बताने में गुरेज कर रही है । यही कारण है कि शनिवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने भाजपा ऑफिस में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के साथ मिलकर हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में हारने वाले भाजपा उम्मीदवारों के साथ एक बैठक की । इस दौरान इन सभी को आश्वासन दिलाया गया कि राज्य में सरकार तो भाजपा की ही बनेगी । आने वाले दिनों में हम और ताकतवर होगे विधानसभा चुनावों में उतरेंगे ।
विदित हो कि जहां एक ओर नई सरकार के लिए नए गठबंधन की जुगत लगाई जा रही है , वहीं इस सब के बीच भाजपा ने अपने तीन दिवसीय बैठक का आयोजन किया । इसमें पार्टी के विधायकों के साथ ही अन्य पार्टी पदाधिकारियों को भी बुलाया गया था । इस बैठक के अंतिम दिन शनिवार को पूर्व सीएम फणनवीस , प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इस बार चुनावों में हारे पार्टी के उम्मीदवारों के साथ एक बैठक की ।
इस दौरान पार्टी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने अपने उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए कहा, भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अच्छी तादाद में सीटें जीतीं । सभी लोग भविष्य के चुनाव लड़ने के लिए सकारात्मक हैं । नेता और पार्टी कार्यकर्ता समस्या जानने के लिए लोगों के बीच जा रहे हैं । उन्होंने कहा, हम 164 सीटों पर चुनाव लड़े और अच्छे मार्जिन से जीते । आने वाले दिनों में हम और ज्यादा ताकतवर होकर चुनाव लड़ेंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार भाजपा की बनेगी ।
विदित हो कि भाजपा ने अपनी बैठक के दौरान पार्टी विधायकों और पदाधिकारियों से कहा कि उनके बिना महाराष्ट्र में कोई और सरकार हो ही नहीं सकती । भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हमारे पास सबसे ज्यादा विधायक हैं । विदित हो कि भाजपा ने अपने पास 119 (105+14 निर्दलीय) विधायकों का साथ होने की बात कही है ।
वहीं सरकार बनाने के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच सरकार बनाने पर डील हो चुकी है , हालांकि सीएम उद्धव ठाकरे बनेंगे या आदित्य ठाकरे, इसका ऐलान अभी नहीं हुआ है। तीनों दलों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को लेकर भी सहमति करीब-करीब बन चुकी है । शिवसेना को इस फॉर्म्युले के तहत पूरे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री का पद मिलेगा । वहीं एक-एक डिप्टी सीएम कांग्रेस और एनसीपी के होंगे । साथ ही कांग्रेस को मंत्रिमंडल में 12 और एनसीपी को 14 पद मिलेंगे । वहीं शिवसेना के हिस्से में सीएम पद आएगा और उसके 14 मंत्री होंगे ।