कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के चारण चरणों के मतदान होने के बाद अब कोरोना की स्थिति बिगड़ने पर चुनाव आयोग के साथ ही कई राजनीतिक दल अब सक्रिय हो गए हैं । राज्य में पिछले 24 घंटे में करीब 6 हजार से ज्यादा मरीज सामने आए हैं। इस सबके बीच कोरोना ने अब राजनेताओं पर भी अपना असर डालना शुरू कर दिया है । मुर्शिदाबाद से कांग्रेस के उम्मीदवार रिजाउल हक की गुरुवार सुबह कोरोना के चलते मौत हो गई । उन्हें तबीयत खराब होने पर निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था , जहां आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली । इस बीच बंगाल में कोरोना के संक्रमितों में जबर्दस्त उछाल देखा गया है । बीते चौबीस घंटे में 5,892 नए मामले सामने आए हैं ।
बता दें कि पिछले कुछ समय में बंगाल में हर राजनीतिक दल ने कोरोनो को लगभग भुला दिया और जमकर चुनावी रैलियों को अंजाम दिया , जिसमें हजारों की भीड़ नजर आई । वहीं 5 अप्रैल से राज्य में कोरोना 130% की रफ्तार से फैल रहा है, जो देश से दोगुनी है । राज्य के हालात को ध्यान में रखते हुए कोलकाता हाईकोर्ट को दखल देना पड़ा है । कोर्ट ने इस दौरान सभी जिलों के डीएम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के नियमों को लागू करवाने की जिम्मेदारी उनकी है । बावजूद इसके नियमों को ताक पर रखकर बंगाल में पिछले दिनों जमकर सियासत हुई है ।
बहरहाल , अब कोरोना के डराने वाले आंकड़े सामने आने लगे हैं । मुर्शिदाबाद से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे रिजाउल हक की कोरोना के चलते गुरुवार सुबह मौत हो गई । हालांकि उनकी रिपोर्ट आना अभी बाकि है । लेकिन इस बात की पुष्टि हुई है कि उन्हें कोरोना हो गया था , जिसके चलते उनकी हालत बिगड़ी थी ।
असल में बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान भारी संख्या में जुट रही भीड़ और कोरोना गाइडलाइंस के घोर उल्लंघन के बीच चुनाव आयोग ने अब 16 अप्रैल को कोलकाता में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। आयोग इस बैठक में सभी दलों से कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर चर्चा करेगा ।