नई दिल्ली । पिछले दिनों चीन में बिजली संकट गहराने से वहां के उद्योगों को भारी नुकसान होने की खबरें सुर्खियां बनीं , लेकिन इस सबके बीच अब खबर आ रही है कि दीपावली के दौरान दिल्ली में भी बिजली संकट गहराने वाला है । इस संबंध में टाटा पावर (Tata Power) ने दिल्ली में ग्राहकों को एक संदेश भेजते हुए इस संबंध में चेतावनी दी है । टीपीडीडीएल (TPDDL) ने कहा कि पावर पलांट्स में कोयले का भारी संकट है । इसके चलते दिल्ली वासियों को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक बिजली की सप्लाई में दिक्कत होगी । ऐसे में लोग संयम बनाए रखें । कोयला संकट के चलते गहराने वाले इस बिजली संकट को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर मदद मांगी है । हालांकि बिजली संकट की आशंका पूरे उत्तर भारत के लिए भी है ।
आखिर कैसे पनपा है संकट
मिली जानकारी के अनुसार , दिल्ली के साथ ही देश के अन्य हिस्सों में भी बिजली संकट गहरा सकता है । असल में देश में कोयले से चलने वाले पावर प्लांट्स की संख्या 135 है , जिनमें से 107 पावर प्लांट्स के पास सिर्फ 5 दिन का कोयला बचा है । यह हालात तब है जब भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कोयले का उत्पादक देश है । लेकिन गत सितंबर में हुई भारी बारिश के चलते भारत की कई कोयला खदानों में पानी भर गया । ऐसे में कोयला खदानों से पावर प्लांटों तक नहीं पहुंच पा रहा है । इसके चलते ही बिजली उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है ।
केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा...
दिल्ली में बिजली संकट गहराने संबंधी सूचना के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है । इसमें उन्होंने लिखा - अगस्त और सितंबर के बाद ये लगातार तीसरा महीना है जब बिजली उत्पादन पर असर पड़ रहा है । सीएम केजरीवाल ने चिट्ठी में केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (CERC) की तरफ से बनाए गए नियम का हवाला देते हुए कहा है कि पावर प्लांट को 10 से 20 दिन का कोयले का स्टॉक रखना होता है, लेकिन 5 पावर प्लांट के पास 1 दिन से भी कम का कोयला बचा है । इसका असर गैस स्टेशन पर पड़ रहा है । अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो दिल्ली में भीषण बिजली संकट देखने को मिल सकता है ।
उत्तर भारत के राज्यों पर पड़ेगा असर
भले ही अभी दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से आने वाले संकट के लिए मदद मांगी हो , लेकिन यह संकट आने वाले दिनों में उत्तर भारत के अन्य राज्यों को भी प्रभावित कर सकता है । दिल्ली के ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक, कोयले की कमी से सिर्फ दिल्ली ही नहीं उत्तर भारत में समस्या हो सकती है । फिलहाल दिल्ली में कोई बिजली संकट नहीं है । इस मामले पर ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं ।