भुवनेश्वर/नई दिल्ली। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एक प्राइवेट अस्पताल में सोमवार रात आग के काल ने कई मरीजों को निगल लिया। भुवनेश्वर में एसयूएम अस्पताल के आईसीयू में अचानक भीषण आग लगने से 22 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे में 30 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। सूत्रों की मानें तो आग शॉर्ट सर्किट होने की वजह से हुआ है। फिलहाल स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
पीएम मोदी ने स्वास्थ्य मंत्री और सीएम से की बात
इस घटना की जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए अपनी संवेदनाएं प्रकट की। पीएम ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की है। उन्होंने घायलों के बेहतर इलाज के लिए उन्हें एम्स रेफर करने को कहा है। प्रारंभिक जांच में ये बात सामने आई है कि इस हादसे में ज्यादातर लोगों की मौत आग के धुएं से दम घुटने के कारण हुई है।
पीएम मोदी ने हादसे पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी बात की और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया है। वहीं सीएम ने इस हादसे पर सरकारी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
अस्पताल पर लगा मनमानी का आरोप
स्थानीय लोगों ने भी इस पूरी घटना के लिए अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार माना है और उन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। चश्मदीदों के मुताबिक इस अस्पताल की पहली मंजिल पर बने डायलिसिस वॉर्ड में बिजली शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी, जो पास के आईसीयू तक फैल गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि आग लगने के बाद जिस तरह से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है, उसमें घायल लोगों के बचने की उम्मीद काफी कम है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अधिकारियों को दिए निर्देश
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि उन्होंने भुवनेश्वर के अधिकारियों से बात की है। अभी वहां अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय सरकार और संगठन घायलों को अस्पताल में ले जा रहे हैं। घायलों का उचित इलाज अभी उनकी प्राथमिकता है।
वहीं अस्पताल में आग की घटना के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। बताया जा रहा कि सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। नंबर 9439991226 है।