नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता का लोग गलत फायदा भी उठा रहे हैं। गाजियाबाद में पीएम मोदी के नाम पर एक युवक ने निबंधन कार्यालय में संगठन का रजिस्ट्रेशन कराया और सदस्य व पदाधिकारी बनाने के नाम पर वसूली शुरू कर दी। अब पुलिस ने इस सिलसिले में 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह युवक आजमगढ़ का रहने वाला है। बता दें कि संगठन के फर्जी होने का पता उस समय चला जब इसके कथित अध्यक्ष ने एसपी से अपनी सुरक्षा के लिए गनर की मांग कर दी। एसपी को नाम पर शक होने के बाद पीएमओ से इसकी जानकारी मांगी तो पता चला कि पीएम के नाम से कोई संगठन नहीं हैं।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
गौरतलब है कि शहर के पहाड़पुर का रहने वाला सैयद काजी अरशद ने शहर कोतवाली में पांच महीने पहले खुद को नरेन्द्र मोदी मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बताते हुए आरोप लगाया कि गाजियाबाद के रहने वाले मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष सिंह राजपूत लोगों से अवैध वसूली कर रहा है। सैयद काजी अरशद की तहरीर पर शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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पीएमओ ने बताया फर्जी
यहां आपको बता दें कि इस फर्जी संगठन का खुलासा तब हुआ जब सैयद काजी ने शहर के एसपी के पास गनर के लिए आवेदन किया। एसपी ने मोर्चा के नाम पर शक होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से इस बारे में पता किया तो जानकारी मिली कि नरेन्द्र मोदी मोर्चा के नाम से कोई संगठन नहीं है। संगठन के फर्जी होने की जानकारी होते ही पुलिस ने इस संगठन पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष सिंह राजपूत की गिरफ्तारी के लिए आजमगढ़ से पुलिस की एक टीम गाजियाबाद भेजी गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आशीष सिंह राजपूत ने नरेन्द्र मोदी मोर्चा के नाम से गाजियाबाद के निबंधन कार्यालय में पंजीकरण कराया और खुद को इसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बताकर लोगों से अवैध वसूली शुरू कर दी। उसने कई बड़े पदाधिकारियों से भी वसूली की है। आशीष सिंह राजपूत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस प्रदेश अध्यक्ष सैय्यद काजी अरशद को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।