नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंच चुका है। भाजपा मुख्यालय से जब उनका पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा शुरू हुई तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री वहां से पैदल चलकर राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक पहुंचे हैं। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार पुत्री नमिता द्वारा मुखाग्नि देकर कर दी गई।
गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष के साथ और भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ पूरा मंत्रिमंडल उनके पार्थिव शरीर के पीछे पैदल ही चलते रहे। सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने उन्हें अपनी आखिरी सलामी दी है। बता दें कि भाजपा मुख्यालय से राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा था।
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यहां बता दें कि खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ,असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और कई अन्य नेताओं ने पूरे रास्ते पैदल चलकर उनकी आखिरी यात्रा में शामिल हुए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु के साथ ही विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डाॅक्टर मनमोहन सिंह भी अपनी श्रद्धांजलि देने राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंचे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री के सुख दुख में साथ देने वाले लाल कृष्ण आडवाणी ने भी उन्हें अपनी आखिरी श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देते हुए आडवाणी के हाथ कांप रहे थे।
गौर करने वाली बात है कि अटल बिहारी वाजपेयी के आखिरी दर्शन को लेकर लोगों में थोड़ी नाराजगी भी रही। उनका कहना था कि अंतिम दर्शन के लिए कम वक्त मिला लेकिन उन्होंने कोई शिकायत नहीं की।
अटल बिहारी वाजपेयी को भारत के नेताओं के साथ विदेशी नेताओं ने भी स्मृति स्थल पहुंचकर अपनी श्रद्धांजलि दी है। भूटान नरेश, नेपाल के विदेश मंत्री, बांग्लादेश के विदेश मंत्री, श्रीलंका के भी प्रतिनिधि अपनी श्रद्धांजलि दी है।