नई दिल्ली । एक समय कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया । इतना ही नहीं उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी है । सोनिया गांधी को लिखे 5 पन्नों के एक भावुक पत्र में उन्होंने पार्टी छोड़ने पर बहुत दुख जताया । उन्होंने अपने पत्र में लिखा - बड़े खेद और अत्यंत भावुक हृदय के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा शताब्दी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है । कांग्रेस ने मौजूदा समय में इच्छाशक्ति और क्षमता दोनों खो दी हैं ।
राहुल गांधी पर लगाए आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों के इस भावुक पत्र में गुलाम नबी आजाद ने लिखा - भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले पार्टी नेतृत्व को देशभर में कांग्रेस जोड़ो एक्सरसाइज करनी चाहिए । इस दौरान उन्होंने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा । वह बोले - जब से राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री हुई और जनवरी, 2013 में उनको पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया , तब से उन्होंने पहले से स्थापित पुराने सलाहकार तंत्र को नष्ट कर दिया । राहुल गांधी ने पार्टी के सभी वरिष्ठ और अनुभवी लोगों को दनकिनार कर दिया ।
राहुल गांधी अपरिपक्व नेता
उन्होंने राहुल गांधी का तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी की अपरिपक्वता के सबसे स्पष्ट उदाहरणों में से एक उनके द्वारा मीडिया के सामने एक सरकारी अध्यादेश को फाड़ना रहा । वो अध्यादेश भारत के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा सर्वसम्मति से पास किया गया था । उसे भारत के राष्ट्रपति द्वारा भी विधिवत अनुमोदित किया गया था ।
सोनिया को गिनवाए कारण
अपने इस्तीफे में उन्होंने पार्टी छोड़ने के कारण सोनिया गांधी को गिनाए । गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा पत्र में लिखा, ''2019 के चुनाव के बाद से पार्टी में हालात खराब हुए हैं । विस्तारित कार्य समिति की बैठक में पार्टी के लिए जीवन देने वाले सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों का अपमान करने से पहले राहुल गांधी के हड़बड़ाहट में पद छोड़ने के बाद, आपने अंतरिम अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया. एक पद जिस पर आप आज भी पिछले तीन वर्षों से काबिज हैं ।''