नई दिल्ली। अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय एक बार फिर से चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री बिप्लव देव के पास पश्चिम बंगाल के एक भाजपा कार्यकर्ता को सरकारी नौकरी देने के लिए सिफारिशी पत्र लिखा है। इस खबर के मीडिया में आते ही राज्य में सियासी विवाद खड़ा हो गया है। वहीं मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव भी अपने बड़बोलेपन की वजह से सुर्खियों में हैं अब उन्हें आलाकमान ने दिल्ली तलब किया है।
गौरतलब है कि त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय ने फिछले महीने 14 मार्च को मुख्यमंत्री बिप्लब देब को भेजे गए एक पत्र में बंगाल में पार्टी के एक सहयोगी सर्वदमन राय को सरकारी नौकरी देने की सिफारिश की है। सर्वदमन राय पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और त्रिपुरा में एक सलाहकार फर्म चलाते हैं। राज्य की विपक्षी पार्टी मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी राज्यपाल के इस कदम को अप्रत्याशित बताते हुए उन पर संवैधानिक पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
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यहां बता दें कि विवाद बढ़ता देख राज्यपाल ने सफाई देते हुए कहा कि यह एक सामान्य पत्र है जो वैध कारणों से लिखा गया था। वहीं सर्वदमन राय ने सफाई दी है कि उनको राज्यपाल के सिफारिशी पत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने माना है कि राज्यपाल से मुलाकात के दौरान उन्होंने त्रिपुरा की सरकार के साथ काम करने की इच्छा जताई थी।