नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बहुचर्चित ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए इसपर तत्काल रोक लगाने से मना कर दिया। सर्वे के आदेश पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे एडवोकेट हुजेफा अहमदी की ओर दायर की गई । इस मामले में गुरुवार को वाराणसी (Varansasi) की अदालत की सीनियर डिविजन के जज ने ज्ञानवापी का सर्वे कराने के बाद रिपोर्ट जारी करने की मियाद तय करते हुए इस मामले में मदद के लिए तैनात किए गए कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा को बदलने की मांग खारिज कर दी थी । इस सबके कहा गया है कि शनिवार सुबह से यह सर्वे शुरू हो सकेगा । इतना ही नहीं इस सर्वे में बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
सुप्रीमकोर्ट ने कहा - पहले हमें पेपर देखने दें
विदित हो कि ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर वाराणसी की कोर्ट के सीनियर डिविजन के जज ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद सर्वे करवाने की अनुमति दे दी थी, जिसके बाद आज अधिवक्ता हुजेफा अहमदी की इस फैसले पर रोक संबंधी याचिका दायर की थी । कोर्ट ने इस याचिका पर कहा- बिना पेपर देखे हम मामले को सुनवाई के लिए लिस्ट नहीं कर सकते हैं । पहले मुझे पेपर देखने दीजिए बाद में हम सुनवाई के विषय पर विचार करेंगे ।
वाराणसी कोर्ट का आदेश
असल में जस्टिस रवि कुमार दिवाकर ने अपने फैसले में कहा है कि ज्ञानवापी के तहखाने में लगे तालों को तोड़कर सर्वे का काम पूरा किया जाए । जिलाधिकारी भी इस मामले की निगरानी करेंगे । वहीं कोर्ट कमिश्नर ए के मिश्रा भी अपने पद पर बनें रहेंगे और उनके साथ दो और सहायक कमिश्नर बनाए गए हैं । ये दोनों सहायक कमिश्नर सर्वे के काम में मदद करेंगे ।
17 मई को कोर्ट में जमा होगी रिपोर्ट
बहरहाल , इस मामले में सर्वे की रिपोर्ट को लेकर सामने आया है कि एडवोकेट कमीशन (Advocate Commision) की रिपोर्ट 17 मई तक कोर्ट में जमा होनी है। ऐसे में जिला प्रशासन को इस आदेश की पालना सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है ।
ओवैसी का फिर भड़काऊ बयान
वहीं धार्मिक नजरिए से इतर इस मामले को लेकर जमकर सियासत भी हो रही है. एआईएमआईएम सांसद असदुद्दी ओवैसी ने कहा है कि एक मस्जिद वो खो चुके हैं ऐसे में दूसरी को नहीं खो सकते हैं.
जज को परिवार की सुरक्षा की चिंता
इससे इतर , ज्ञानवापी मामले में सर्वे की इजाजत देने वाले वाराणसी कोर्ट के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर ने अपने फैसले में लिखा है, 'डर का माहौल बनाया गया है । ऐसा डर कि मेरा परिवार उनकी और मेरी सुरक्षा के बारे में चिंतित था । जब भी मैं अपने घर से बाहर निकलता था, मेरी पत्नी को मेरी सुरक्षा की चिंता होती थी ।