नई दिल्ली । दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड (IMF) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टीन लैगार्ड ने कहा है कि मौजूदा समय में भारत में अभी उस गति से विकास नहीं हो रहा है , जिस गति से उसे आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा है कि भारत की विकास दर उसकी मौजूदा विकास दर से ज्यादा होनी चाहिए। भारत सरकार को अभी और आर्थिक सुधारों के बारे में सोचना चाहिए। इस दिशा में अभी काफी गुंजाइश है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेर रहे हैं।
बता दें कि लैगार्ड ने दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कहा कि भारत की प्रोजेक्टेड ग्रोथ रेट ऊंची है, यह एक अच्छा संकेत है लेकिन सरकार को कृषि क्षेत्र के संकट को सुधारना होगा। भारत को इस क्षेत्र पर और ज्यादा ध्यान भी देने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से संकट को दूर करना इसलिए जरूरी है, क्योंकि भारत में कई लोग इसी क्षेत्र पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश के लिए रोजगार भी अहम मुद्दा है। यह देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इतना ही नहीं IMF चीफ ने कहा है कि भारत सरकार को अभी और आर्थिक सुधारों के बारे में सोचना चाहिए। इस दिशा में अभी काफी गुंजाइश है। इससे पहले, सोमवार को IMF ने भारत की विकास दर के बारे में अनुमान जाहिर किया था। इससे पहले IMF ने एक ही दिन पहले अनुमान जाहिर किया था कि 2019 में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रहेगी जबकि 2020 में भारत की विकास दर 7.7 फीसदी रहने का अनुमान है। यह विकास दर दुनिया भर की बड़ी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं से ज्यादा होगी।