नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के शोपिया में मंगलवार को हुए एनकाउंटर में दो नागरिकों की मौत के बाद हुर्रियत काॅन्फ्रेंस ने बुधवार को घाटी में बंद का आह्वान किया है। सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान अनजाने में नगरिकों की मौत हुई थी। इसके बाद से पूरे घाटी में तनाव का माहौल है। श्रीनगर में दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी देखने को नहीं मिल रही है। दरअसल, बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर विशेषकर घाटी में आतंकियों की सक्रियता बढ़ गई थी, ऐसे में सुरक्षाबलों ने भी आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया। जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा रमजान के महीने में सीजफायर के ऐलान के बाद भी आतंकियों की ओर से लगातार घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहा। रमजान के बाद से इसमें और तेजी देखने को मिल रही है। श्रीनगर में पत्थरबाजी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। जहां तक हो सके आम नागरिकों के प्रति सुरक्षाबल संयम से काम ले रहे हैं। उनके उकसाने के बाद भी सुरक्षाबल की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। लेकिन आतंकियों के मामले सुरक्षाबल कठोरता से पेश आ रहे हैं। सुरक्षाबलों ने सर्च आॅपरेशन तेज कर दिया है।
खुफिया विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर में 200 से अधिक आतंकी सक्रिय हैं। इनका लक्ष्य भारतीय सुरक्षाबल होते हैं। हाल में त्राल में सीआरपीएफ के कैंप पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। दरअसल कैंप पर हमला करकेे आतंकी भारतीय सुरक्षाबल को ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहते थे।