नई दिल्ली । देश में राजनीति का मुद्दा बने रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर खुफिया एजेंसियों ने नया अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि भारत सरकार की कार्रवाई से बचने और अपने लिए नए ठिकाने की तलाश में देश में मौजूद रोहिंग्या मुसलमानों ने लद्दाख का रुख किया है। हालांकि भारत सरकार इन रोहिंग्या मुसलमानों को दोबारा म्यांमार भेजने की जुगत में लगी है। गृहमंत्रालय को खुफिया एजेंसियों की ओर से मिली इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हाल में 55 लोगों का एक समूह देश के अन्य शहरों से लद्दाख पहुंचा है। धीरे-धीरे करके अब ये अपने अन्य साथियों को भी यहां बुलाने लगे हैं।
लद्दाख में मिल रहा समर्थन
खुफिया रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि इन रोहिंग्या मुसलमानों को स्थानीय लोगों का समर्थन मिला है, जिनकी मदद से ये वहां अपने पैर जमाने में जुट गए हैं। इस रिपोर्ट के बाद एक बार फिर से गृहमंत्रालय ने राज्यों को रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
जांच में जुटी एजेंसियां
गृहमंत्रालय को सौंपी गई इस खुफिया रिपोर्ट के बाद राज्यों की अन्य एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। खुफिया एजेंसियां अब इस बात की पड़ताल करने में जुट गई है कि आखिर ये लद्दाख तक कैसे पहुंचे। हालांकि हाल में इन एजेंसियों ने ऐसी कई ट्रेनों की पहचान की थी जिनके जरिए रोहिंग्या ने पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ ही केरल का रुख किया था।
7 लोगों को म्यांमार भेजा
बता दें कि भारत सरकार अवैध रूप से भारत में घुसने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यांमार भेजने की जुगत में लगी है। पिछले दिनों ऐसे ही 7 रोहिंग्या मुसलमानों को भारत सरकार ने म्यांमार भेजा था। यह पहला मौका था जब भारत ने इन लोगों के खिलाफ इस तरह की कोई कार्रवाई की हो। केंद्र सरकार अब असम सरकार के साथ मिलकर 23 लोगों को म्यांमार भेजने की तैयारी कर रही है।